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आज के ओटीटी युग में वेब सीरीज में बोल्ड सीन्स की उपस्थिति आम हो गई है। ये सीन्स न केवल कहानी की मांग होते हैं बल्कि दर्शकों को आकर्षित करने का एक माध्यम भी हैं। हालांकि इन सीन्स को फिल्माना कलाकारों और क्रू...
 

आज के ओटीटी युग में वेब सीरीज में बोल्ड सीन्स की उपस्थिति आम हो गई है। ये सीन्स न केवल कहानी की मांग होते हैं बल्कि दर्शकों को आकर्षित करने का एक माध्यम भी हैं। हालांकि इन सीन्स को फिल्माना कलाकारों और क्रू के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। ओटीटी प्लेटफार्म पर बोल्ड सीन्स की शूटिंग आज की चुनौतीपूर्ण और संवेदनशील कार्य प्रक्रिया है।

यह केवल दर्शकों को आकर्षित करने का माध्यम नहीं है। बल्कि यह दिखाता है कि कैसे आधुनिक सिनेमा में कलाकारों की गरिमा और सहमति को महत्व दिया जाता है। तकनीकी विकास और क्रिएटिविटी का समावेश इन दृश्यों को और भी विशिष्ट बनाता है।

बोल्ड सीन्स की शूटिंग की तकनीक

कलाकारों की सहजता और सहमति को प्राथमिकता देते हुए। ऐसे सीन्स को विशेष तकनीकों और प्रॉप्स की मदद से शूट किया जाता है। जब कलाकार इस तरह के सीन्स करने में संकोच करते हैं।

तब बॉडी डबल का इस्तेमाल या फिर विशेष सिनेमैटोग्राफी तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। इसमें ब्यूटी शॉट्स और क्रोमा की तकनीकें शामिल हैं, जो बिना कुछ हुए भी बहुत कुछ होने का आभास कराती हैं।

इंटीमेसी कोर्डिनेटर की भूमिका

इन दृश्यों को फिल्माते समय इंटीमेसी कोर्डिनेटर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। ये पेशेवर सुनिश्चित करते हैं कि शूटिंग के दौरान सभी कलाकार सहज महसूस करें और उनकी गरिमा का सम्मान किया जाए।

प्रॉप्स और क्रोमा शूटिंग की तकनीक

कलाकारों के बीच की शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रॉप्स और क्रोमा शॉट्स का इस्तेमाल किया जाता है। इससे दर्शकों को दृश्य वास्तविक लगते हैं, जबकि वास्तविकता में कुछ भी अनुचित नहीं होता।

कलाकारों की सहमति 

किसी भी इंटीमेट सीन को शूट करते समय कलाकारों की सहमति सबसे महत्वपूर्ण होती है। इसके लिए विशेष परिधान, पैड्स और कुशन्स का इस्तेमाल किया जाता है ताकि शूटिंग के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।