इस बड़ी कंपनी की ढाई लाख कारों में आई बड़ी खराबी, कारों को बनाते वक्त हो गई ये बड़ी गड़बड़ तो अब मंगवानी पड़ी वापस

2015 से 2020 के बीच निर्मित होंडा कारों के लिए हाल ही में एक रिकॉल ऑर्डर जारी किया गया है।
 

2015 से 2020 के बीच निर्मित होंडा कारों के लिए हाल ही में एक रिकॉल ऑर्डर जारी किया गया है। इस रिकॉल में कंपनी की विभिन्न कार मॉडलों की लगभग 2.50 लाख यूनिट्स हैं। जापानी कंपनी एक संभावित खराबी की जांच करेगी, जो सबसे बुरी परिस्थितियों में इंजन को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। आइए इसकी डिटेल देखें।

क्या है खराबी?

होंडा रिकॉल अमेरिका में जारी किया गया है और 2015 और 2020 के बीच निर्मित पायलट, रिजलाइन और ओडिसी जैसे मॉडल प्रभावित हो सकते हैं। कंपनी ने जानकारी दी है कि इंजन के क्रैंकशाफ्ट में मैन्युफैक्चरिंग फॉल्ट हो सकता है, जहां इसके और पिस्टन के बीच की कनेक्टिंग रॉड खराब हो सकती है।

1% से भी कम कारों में होगी खराबी

होंडा को संदेह है कि वापस बुलाए गए वाहनों में से एक प्रतिशत से भी कम में खराबी होगी, लेकिन कंपनी कोई मौका नहीं छोड़ रही है क्योंकि उत्पादन के दौरान उपकरणों की गलत सेटिंग्स के कारण ऐसी खराबी का संभावित प्रभाव हो सकता है। जैसे, इन वाहनों के मालिकों को ड्राइवर डिस्प्ले यूनिट पर इंजन नॉइज, स्टॉप, कम पावर और इंजन की रोशनी जैसे विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। 2 जनवरी से होंडा से प्रभावित सभी कार मालिकों से संपर्क किया जाएगा।