अनोखा अंगूर जिसकी कीमत है सोने के बराबर, खेती करने वाला किसान बन जायेगा करोड़पति

यदि आप एक किसान हैं और खेती करके लाखो रुपये कमाना चाहते हैं,
 

यदि आप एक किसान हैं और खेती करके लाखो रुपये कमाना चाहते हैं, तो आज हम आपको अंगूर की एक ऐसी किस्म के बारे में बताएँगे जिसकी खेती करके आप आसानी से लाखो रुपये कमा सकते हैं।

कहाँ होती है इसकी खेती

दोस्तों, आप जानते हैं कि अक्सर हर कोई अंगूर खाना पसंद करता है। आपको बता दें कि लगभग हर देश में अंगूर की खेती की जाती है।तथा इसके भाव भी लगभग हर देश में समान हैं। हालाँकि, इस लेख में हम आपको एक अंगूर की किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी कीमत आपको हैरान कर देगी।इसकी प्रति किलो की कीमत लाखों रुपये है, न कि हजारों।

आपको बता दें कि दुनिया में बहुत से लोग इसे पूरी जिंदगी नहीं खा सकते. इस अंगूर को खरीदने और खाने के लिए सिर्फ अमीर और धनवान लोग ही पाते हैं।इसकी लागत अधिक होने का कारण यह है कि यह हर जगह नहीं खेला जाता है।अगर आप जानना चाहते हैं कि यह कहाँ उत्पादित किया जाता है, तो आपको बता देना चाहिए कि यह केवल जापान में उत्पादित किया जाता है, क्योंकि यहाँ की जलवायु उसके लिए अनुकूल होनी चाहिए।

आखिर कौन सी है यह किस्म

अगर आप एक किसान हैं और जानना चाहते हैं कि आखिर कौन सी अंगूर की किस्म सबसे लोकप्रिय है, तो आपको बता दें कि यह रूबी रोमन नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि यह अंगूर किस्म दुनिया में सबसे महंगा है। जापान का इशिकावा इलाका इस किस्म का अंगूर उगाता है। इसकी एक विशेषता यह है कि एक गुच्छे की कीमत लाखों रुपये है।यह भी अजीब है कि रूबी रोमन अंगूर की बिक्री नहीं होती, बल्कि इसकी नीलामी होती है।

कैसे हुई विकसित ये किस्म

आपको बता दे की इस किस्म के विकसित होने के पीछे एक बहुत ही रुचिकारक कहानी है कि साल 1995 में इशिकावा इलाके के किसानों के द्वारा कृषि वैज्ञानिकों से अंगूर के ऊपर शोध करने का अनुरोध किया गया,जिससे की वे एक ऐसी किस्म के अंगूर की खेती को कर पाए जो की उन्हें एक अच्छा मुनाफा दे पाए.

ऐसे में वैज्ञानिकों के काफी अनुसन्धान करने के पश्चात् अंगूर की एक ऐसी किस्म को विकसित किया गया, जो लाल रंग की थी. इसके अंतर्गत सबसे पहले वैज्ञानिकों ने एक्सपेरिमेंट के तौर पर अंगूर की 400 बेलो को लगाया. इसकी मुख्य बात ये है इन 400 बेलो में से दो साल बाद मात्र 4 ही लाल अंगूर के दाने मिले.

इसके पश्चात् वैज्ञानिकों के द्वारा इनके ऊपर 14 सालों तक अनुसन्धान किया गया, इससे हुआ ये की इन अंगूरों के साइज में बदलाव आया तथा ये बिल्कुल लाल रंग के दिखने लगे. तथा इसके बाद से इन अंगूरों की इस किस्म को रूबी रोमन नाम दिया गया. कई लोग के द्वारा अंगूर की इस किस्म को शिकावा का खजाना भी कहा जाता हैं.

क्या है भारत में इसके रेट

यदि आप रूबी रोमन अंगूर के भाव के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि अंगूर का मूल्य उसके रंग और आकार के आधार पर निर्धारित होता है। यह शर्त है कि एक अंगूर का वजन 20 ग्राम तक होना चाहिए और इसमें शुगर कंटेंट कम से कम 18 प्रतिशत होना चाहिए।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2008 में रूबी रोमन की खेती व्यापक रूप से शुरू हुई थी। इसी वर्ष रूबी रोमन अंगूर भी आए। यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे। 700 ग्राम का एक गुच्छे 73 हजार रुपये में खरीदा गया था। 2016 में इसके एक गुच्छे के दाम कम होने के बजाय और भी अधिक बढ़ गए। तब एक संग्रह 9 लाख रुपये में बिका था। अर्थात इतने रुपये में आप भारत में लगभग 150 ग्राम सोना खरीद सकते हैं।आपको बता दें कि आज भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत लगभग 60 हजार रुपये है।