UP Weather: इन जिलों में कोहरे और पाले की चपेट में आने से फसलों को भरी नुकसान, जाने मौसम विभाग का ताजा अपडेट

इन दिनों, देश के उत्तरी भाग में अत्यधिक ठंड है। बुंदेलखंड भी इससे नहीं बचा है। भयानक शीतलहर, कोहरे और पाले के बीच बारिश भी हुई है।

 

इन दिनों, देश के उत्तरी भाग में अत्यधिक ठंड है। बुंदेलखंड भी इससे नहीं बचा है। भयानक शीतलहर, कोहरे और पाले के बीच बारिश भी हुई है।

बुंदेलखंड क्षेत्र में इस समय सिहरन भरी सर्दी के बीच फसल लगी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण वहाँ नए साल का स्वागत ठंड और कोहरे से हुआ है।

तीन-चार दिनों से लगातार कम धूप और हल्की बारिश हो रही है। अब इस मौसम से बुंदेलखंड के किसानों की परेशानियों में वृद्धि होने लगी है।

बुधवार को किसान नेता गौरी शंकर बिदुआ ने कहा कि बहुत दिनों से सूर्य नहीं देखने को मिल रहा है और पिछले दो तीन दिन से पाला भी पड़ने लगा है, इसका असर दलहन, तिलहन और गेंहू की फसल पर देखा जा सकता है। वर्तमान में खेतों में मसूर, चना, मटर और गेंहू की फसल खड़ी है। पौधे पाला पड़ने से सूख जाते हैं।

और फसल खराब होती है। खेत में खड़ी फसल को धुप न दिखने और पाला पड़ने के कारण अब तक 20 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है।

अगर यह चार से पांच दिन तक जारी रहता है। और यदि धूप नहीं निकली और अधिक दिनों तक बारिश या पाला पड़ा तो फसल का नुकसान बढ़ जाएगा।

किसान नेता अखिलेश लिटौरिया ने बताया कि चित्रकूट, बाँदा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललितपुर के किसानों को हर मौसम की मार झेलनी पड़ती है और उनकी फसल बर्बाद होती है।

इस बार फिर से सर्दियों में पाला पड़ने, कोहरा और सूरज की कमी फसल को बर्बाद कर सकती है। किसानों में खराब मौसम की चिंता बढ़ी है।

उन्हें बताया गया कि खेत में खड़ी मटर की फसल पर अभी फूल लग रहा है, लेकिन पाले के कारण फूल कम प्रभावित हैं. अगर ऐसा कुछ दिन तक चलता रहा तो मूंग और मटर की फसल को बहुत नुकसान होगा। इसके अलावा, अन्य तिलहन और दलहन फसलें भी प्रभावित होंगी। 

दूसरी ओर, तीन चार दिनों से सूरज नहीं निकलने और कोहरे और हल्की बारिश के कारण आम लोग अब गलन भरी सर्दी से परेशान हैं।

बाजार में रौनक नहीं दिख रही है, और सिर्फ आवश्यक खरीदारी ही करने के लिए लोग बाहर आ रहे हैं। कड़ाके की सर्दी ने लोगों को अपने घरों में बंद कर दिया है।

ठंडी हवा के कारण दुकानदार भी अपनी दुकानें जल्दी बंद कर घरों को चले जाते हैं। प्रशासन ने बढ़ती ठंड के मद्देनजर स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ा दिया है। बुंदेलखंड में बढ़ी ठंड का प्रत्येक आयुवर्ग पर स्पष्ट असर है। सर्दीली हवाएं युवाओं के उत्साह को बाधित कर रही हैं, और बुर्जुग लोग भी बाहर निकलने से बच रहे हैं।