पानी तो खराब नही होता फिर पानी की बोतल पर क्यों लिखी होती है एक्सपायरी डेट, हर आदमी को पता होनी चाहिए ये जरुरी बात

बाजार से कुछ खरीदते समय एक्सपायरी डेट की जाँच पड़ताल हम सभी के लिए एक सामान्य प्रक्रिया है। चाहे वो खाने-पीने की चीज हो या फिर पानी की बोतल हमारा पहला कदम उस पर लिखी एक्सपायरी डेट को देखना होता है।
 

बाजार से कुछ खरीदते समय एक्सपायरी डेट की जाँच पड़ताल हम सभी के लिए एक सामान्य प्रक्रिया है। चाहे वो खाने-पीने की चीज हो या फिर पानी की बोतल हमारा पहला कदम उस पर लिखी एक्सपायरी डेट को देखना होता है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि पानी की बोतल पर भी एक्सपायरी डेट क्यों होती है?

आइए इस लेख के माध्यम से इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं। पानी की बोतलों पर लिखी एक्सपायरी डेट का मुख्य कारण पानी का खराब होना नहीं बल्कि प्लास्टिक की बोतलों की गुणवत्ता और सुरक्षा से संबंधित है। इसलिए बेहतर होगा कि हम स्वास्थ्य और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों का चयन करें और सुरक्षित रहें।

पानी की बोतलों पर एक्सपायरी डेट क्यों?

विज्ञान के अनुसार पानी अपने आप में कभी खराब नहीं होता। तो फिर सवाल उठता है कि पानी की बोतलों पर एक्सपायरी डेट क्यों लिखी जाती है? असल में यह डेट पानी के खराब होने की नहीं बल्कि बोतल के उपयोग की अवधि से संबंधित होती है।

प्लास्टिक की बोतलें जिनमें पानी स्टोर किया जाता है एक निश्चित समय के बाद अपने घटकों को पानी में छोड़ना शुरू कर देती हैं जिससे पानी के स्वाद और गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।

प्लास्टिक की बोतलों से जुड़े जोखिम

प्लास्टिक की बोतलों में पानी स्टोर करने से जुड़े कई जोखिम होते हैं। कुछ प्लास्टिक बोतलें BPA जैसे रसायनों का उपयोग करके बनाई जाती हैं जिनका सेवन ब्लड प्रेशर टाइप-2 डाइबिटीज और हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए एक्सपायरी डेट के बाद की पानी की बोतलों का उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

सिंगल यूज प्लास्टिक और इसके परिणाम

अधिकांश पानी की बोतलें सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी होती हैं जिनका पर्यावरण पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इन बोतलों का बार-बार इस्तेमाल करने से प्लास्टिक के घटक शरीर में पहुँच सकते हैं और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

स्वस्थ विकल्पों की ओर कदम

स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बेहतर विकल्प के रूप में विशेषज्ञ BPA मुक्त या स्टील की बोतलों का उपयोग करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा घर में पानी को स्टोर करने के लिए ठंडे हिस्से का इस्तेमाल करना भी एक उत्तम उपाय है।