WEATHER ALERT: पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले 72 घंटे में इन जगहों पर जमकर होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मेरठ (Meerut) और गाजियाबाद (Ghaziabad) समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 21 फरवरी की देर रात से मौसम में अचानक परिवर्तन देखने को मिला है। लखनऊ (Lucknow) सहित आसपास के जिलों में हल्की बारिश...
 

मेरठ (Meerut) और गाजियाबाद (Ghaziabad) समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 21 फरवरी की देर रात से मौसम में अचानक परिवर्तन देखने को मिला है। लखनऊ (Lucknow) सहित आसपास के जिलों में हल्की बारिश (Light Rain) के चलते मौसम सुहावना हो गया है।

मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार मिश्र (Atul Kumar Mishra) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की सक्रियता के कारण यह बदलाव आया है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश में मौसम के इस बदलाव ने लोगों और किसानों के सामने नई चुनौतियां पेश की हैं।

सरकार और मौसम विभाग की ओर से समय-समय पर जारी होने वाले अपडेट्स पर नजर रखना और आवश्यक सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण होगा।

आगामी दिनों में मौसम की संभावना

23 और 24 फरवरी को बादलों की आवाजाही (Cloud Movement) के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते हमीरपुर (Hamirpur), बांदा (Banda), और जालौन (Jalaun) में तेज बारिश के साथ ओले (Hailstorm) गिरे हैं।

कृषि पर प्रभाव

उरई (Orai) सहित अन्य क्षेत्रों में तेज आंधी (Strong Wind) के साथ हुई बारिश से किसानों की लगभग 40 प्रतिशत फसल (Crops) खराब हो गई है। यह उन किसानों के लिए चिंताजनक समाचार है, जिनकी आजीविका इन फसलों पर निर्भर है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

लखनऊ, कानपुर (Kanpur), अयोध्या (Ayodhya), मेरठ, वाराणसी (Varanasi), बांदा, और अन्य जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखा गया है। चक्रवाती हवाओं के चलते कानपुर में झमाझम बारिश (Heavy Rain) दर्ज की गई है।

किसानों की चिंता

बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। फसलों की क्षति से उनकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ेगा। किसानों और सरकार से इस स्थिति में सहायता और समर्थन की उम्मीद की जा रही है।

सावधानी बरतने की आवश्यकता

मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। तेज बारिश और ओलावृष्टि के चलते सड़क यातायात और दैनिक जीवन पर असर पड़ सकता है। लोगों को अपने घरों और फसलों की सुरक्षा के लिए पूर्व सावधानियां बरतने की जरूरत है।