आपके घरों में इस्तेमाल होने वाला सरसों का तेल नकली हुआ तो? मिलावटी तेल की पहचान करने का ये तरीका करेगा आपकी मदद

आजकल जहां एक ओर सरसों के तेल का उपयोग स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों क्षेत्रों में व्यापक रूप से किया जा रहा है। वहीं बाजार में इसकी नकली वैरायटी की उपलब्धता ने उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय उत्पन्न कर दिया है।
 

आजकल जहां एक ओर सरसों के तेल का उपयोग स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों क्षेत्रों में व्यापक रूप से किया जा रहा है। वहीं बाजार में इसकी नकली वैरायटी की उपलब्धता ने उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय उत्पन्न कर दिया है। सही और शुद्ध सरसों के तेल की पहचान करना आज एक बड़ी चुनौती बन गया है।

फ्रीजिंग टेस्ट

फ्रीजिंग टेस्ट एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है, जो सरसों के तेल में मिलावट की पहचान करने में सहायक होता है। इस प्रक्रिया में तेल को कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रखना होता है। अगर तेल जम जाता है या इसमें सफेद धब्बे दिखाई देते हैं, तो यह मिलावट की ओर इशारा करता है।

खुशबू से पहचान

सरसों के तेल की एक विशिष्ट तीखी खुशबू होती है, जो इसे अन्य तेलों से अलग करती है। अगर तेल की खुशबू मंद या भिन्न प्रकार की है, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है।

धुएँ का परीक्षण

सरसों के तेल को गरम करने पर अगर तेज धुआँ निकलता है और इसकी गंध गायब हो जाती है, तो यह शुद्धता का संकेत है। वहीं नकली तेल में यह विशेषता नहीं पाई जाती।

रंग परिवर्तन की जाँच

मिलावटी तेल का रंग बदल सकता है, जो कि मिलावट का एक स्पष्ट संकेत होता है। विशेष रूप से जहरीले पॉलीसाइक्लिक नमक की उपस्थिति तेल के रंग में बदलाव ला सकती है।

हाथों में रगड़कर परीक्षण

थोड़ा सरसों का तेल हाथों में लेकर रगड़ने पर अगर रंग निकले या केमिकल की गंध आए, तो यह नकली तेल होने का प्रमाण है।

जागरूकता और सावधानी

उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे सरसों के तेल की खरीदारी करते समय इन परीक्षणों को अवश्य आजमाएँ। यह न केवल उन्हें मिलावटी तेल की पहचान करने में मदद करेगा बल्कि उन्हें सेहत से जुड़े खतरों से भी बचाएगा। सही और शुद्ध सरसों के तेल का उपयोग न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।