राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के नाम में राजधानी का क्या मतलब है, असली राज की बात सुनकर आपको नही होगा यक़ीन

भारतीय रेलवे में हर दिन कई हजार ट्रेनों का संचालन करता है, जिनमें से राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और वंदे भारत जैसे कुछ ट्रेनें बहुत खास हैं। आज हम आपको राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में यहां दस रोचक बातें बताने जा रहे हैं।
 

भारतीय रेलवे में हर दिन कई हजार ट्रेनों का संचालन करता है, जिनमें से राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और वंदे भारत जैसे कुछ ट्रेनें बहुत खास हैं। आज हम आपको राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में यहां दस रोचक बातें बताने जा रहे हैं।

राजधानी एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की सबसे पुरानी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक है, भारतीय रेलवे ने इसकी शुरुआत 1969 में की थी। इस ट्रेन का मूल उद्देश्य भारत के राजधानी शहरों को जोड़ना था, इसलिए इसे "राजधानी" का नाम दिया गया।

यह राज्यों की राजधानियों के बीच चलाई जाती थी। देश की पहली राजधानी एक्सप्रेस हावड़ा और दिल्ली के बीच चलाई गई थी। यह दक्षिण एशिया की पहली ट्रेन भी थी, जिसकी अधिकतम स्पीड 120 किमी/घंटा थी।

दिल्ली से जम्मू तवी के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस का सबसे छोटा रूट है।  यह 9 घंटे मे 582 किलोमीटर की दूरी तय करती है। राजधानी एक्सप्रेस देश की पहली पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन थी।

यात्रियों को इस ट्रेन में यात्रा के दौरान भोजन भी दिया जाता था। अगर हाल ही के समय की बात करे तो भारत में 23 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों को आपस मे जोड़ रही हैं।

राजधानी एक्सप्रेस भारत की आधुनिकता और प्रगति का एक प्रतीक है और इसने देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।