Wheat MSP Price: मोदी सरकार ने MSP के रेट से खरीदा 202 लाख मीट्र‍िक टन से ज्यादा गेहूं, लाखों किसानों को मिला सीधा फायदा

देशभर में गेहूं की खरीद का कार्य जोरों पर है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने 372.9 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें से अब तक 202 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है।
 

देशभर में गेहूं की खरीद का कार्य जोरों पर है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने 372.9 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें से अब तक 202 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस प्रक्रिया में 10,36,015 किसानों ने अपनी उपज बेचकर एमएसपी का लाभ उठाया है।

इन आंकड़ों के माध्यम से सरकार की यह कोशिश स्पष्ट होती है कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाया जाए और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो। गेहूं की खरीद के इन प्रयासों से न केवल किसानों का लाभ होता है। बल्कि यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा को भी मजबूती प्रदान करता है।

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प्रमुख राज्यों में खरीद की स्थिति

उल्लेखनीय रूप से पंजाब और हरियाणा ने अपने खरीदी लक्ष्य के करीब पहुँचते हुए अपनी तेजी से खरीदी प्रक्रिया के लिए ध्यान आकर्षित किया है। हरियाणा में जहां 80 लाख टन का लक्ष्य था।

वहां 60 लाख टन गेहूं पहले ही खरीद लिया गया है और 15 मई तक खरीद पूरी होने की उम्मीद है। वहीं पंजाब में 95 लाख टन की खरीद हो चुकी है जो 130 लाख टन के लक्ष्य का 73% है।

मध्य प्रदेश में खरीद की सुस्त रफ्तार

मध्य प्रदेश जो कि एक प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है। वहां खरीद की रफ्तार कुछ सुस्त पड़ी है। अप्रैल में अग्रणी रहने के बावजूद राज्य में अभी तक केवल 37,31,007 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो पाई है। जबकि लक्ष्य 80 लाख टन का है।

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उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी धीमी प्रगति

उत्तर प्रदेश और राजस्थान दोनों ही राज्यों में खरीद की गति अपेक्षाकृत धीमी है। उत्तर प्रदेश में 60 लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले महज 5,96,987 मीट्रिक टन गेहूं ही खरीदा गया है।

वहीं राजस्थान में 20 लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले केवल 4,51,359 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। इन राज्यों में भी खरीद की रफ्तार में तेजी लाने की आवश्यकता है।