सड़क पर बनी सफ़ेद और पीली धारियों का मतलब होता है बेहद ख़ास, सड़क पर गाड़ी लेकर निकलने से पहले जान लेना वरना कट सकता है चालान

जब आप सड़क पर चलते हैं तो आप ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं, लेकिन क्या आप रास्ते पर बनी नियमों को देखकर अपनी गाड़ी चलाते हैं?
 

जब आप सड़क पर चलते हैं तो आप ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं, लेकिन क्या आप रास्ते पर बनी नियमों को देखकर अपनी गाड़ी चलाते हैं? ये धारियां हमारी सुरक्षा के लिए बनाई गई हैं और अत्यंत आवश्यक हैं। रोड सेफ्टी के बारे में आज हम आपको इन धारियों (रोड सेफ्टी के लिए रोड लाइन टाइप) से जानकारी देंगे। भारत में आप अक्सर ये पांच प्रकार की रेखाओं को सड़कों पर देखेंगे (Types of roads in India)।

सफेद पट्टी- कई सड़कों पर सफेद पट्टियां बनाई गई हैं, जिन्हें टूटे हुए व्हाइट लाइन्स कहा जाता है, जो बताती हैं कि सड़कों पर ओवरटेक किया जा सकता है, बीच में यू-टर्न लेना या लेन को बदलना भी संभव है। बस ऐसा करते वक्त आगे-पीछे देखना चाहिए।

सफेद रेखा— ज्यादातर सड़कों पर एक निरंतर सफेद रेखा है, न कि टूटी हुई सफेद रेखा। इन सड़कों पर न तो लेन बदला जा सकता है, न यू-टर्न लिया जा सकता है, न ओवरटेक। आप जिस भी लेन में चल रहे हैं, उसी में सीधे चलते रहना चाहिए। लेन केवल तब बदल सकते हैं जब किसी दुर्घटना से बचना हो या फिर मुड़ना हो। ऐसी सड़कें आमतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में बनाई जाती हैं, जहां दुर्घटना का अधिक खतरा होता है।

पीली रेखा— कई सड़कों पर निरंतर पीली लाइनें हैं, या सीधी पीली लाइनें। ओवरटेकिंग इस तरह की सड़कों पर कर सकते हैं, लेकिन अपनी ही साइड पर रहते हुए। लाइन पार कर दूसरी लेन में जाना मना है। ऐसा सड़कों पर होता है जहां अक्सर कम विजिबिलिटी होती है।

दो पीले रंग की लाइनें कुछ सड़कों पर ओवरटेक करने से लोगों की जान जा सकती है क्योंकि वे अक्सर होते रहते हैं। ऐसी सड़कों पर दो निरंतर पीली लाइनें हैं। ये नियम सारी लकीरों से ज्यादा कठोर हैं। इसमें ओवरटेक करना, लेन बदलना या यू-टर्न लेना सख्त मना है। लेन में रहते हुए भी आप ओवरटेक नहीं कर सकते।

पीली पट्टी— सफेद सड़कों पर टूटी हुई पीली रेखा (Broken Yellow Line) है। ये लाइन सबसे उदार है।

इसके तहत आप अपनी लेन में रहते हुए ओवरटेक ले सकते हैं, लेकिन सावधानी से करें. आप लाइन की दूसरी ओर भी जाकर ओवरटेक कर सकते हैं।