भीषण गर्मी के भी AC का टेंप्रेचर 16 डिग्री से नीचे क्यों नहीं होता, जाने कंपनियां क्यों करती है ग्राहकों के साथ धोखा
भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में जहां कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ती है। एयर कंडीशनर (एसी) ने लोगों के जीवन में ठंडक और आराम प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। चाहे ऑफिस हो, लैब, घर या यहां तक कि ATM कक्ष हर जगह एसी का उपयोग आम हो चुका है।
गर्मियों में एसी का उपयोग करते समय इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। तापमान सेटिंग्स को उचित सीमा में रखकर हम न केवल एसी को अधिक समय तक चला सकते हैं बल्कि इसकी कुशलता को भी बढ़ा सकते हैं। इस तरह हम आरामदायक और शीतल वातावरण का आनंद ले सकते हैं, बिना अधिक ऊर्जा खर्च किए।
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एसी का न्यूनतम तापमान सीमा
अधिकांश एयर कंडीशनर में तापमान को 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं सेट किया जा सकता है। इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि एयर कंडीशनर में इस्तेमाल होने वाला इवेपोरेटर, जिससे शीतलक ठंडा होता है। अत्यधिक ठंडा होने पर जम सकता है। इसके जमने से न केवल एसी की क्षमता प्रभावित होती है, बल्कि यह खराब भी हो सकता है।
बर्फीली समस्या से बचने के उपाय
यदि एसी को 16 डिग्री से कम तापमान पर सेट किया जाए, तो इवेपोरेटर में बर्फ जमने की सम्भावना बढ़ जाती है। इससे शीतलक की गति धीमी हो सकती है और एसी अधिक ऊर्जा का उपभोग कर सकता है।
जो अंततः ग्राहकों के लिए अधिक लागत का कारण बनता है। इसलिए एसी कंपनियां इस तापमान सीमा को निर्धारित करती हैं ताकि उपकरण सुरक्षित और कुशलता से काम कर सके।
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आदर्श तापमान सेटिंग
एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि एसी का तापमान 20 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रखना चाहिए। यह तापमान सेटिंग न केवल ऊर्जा की बचत करती है। बल्कि यह आरामदायक ठंडक भी प्रदान करती है। इस तापमान पर एसी अधिक कुशलता से काम करता है और इसका जीवनकाल भी बढ़ता है।