गाड़ी या बस में सफर करते वक्त बच्चे क्यों करने लगते है उल्टी, सफर के दौरान इन बातों का रखेंगे ध्यान तो नही होगी परेशानी

ज्यादातर बच्चों को बस या गाड़ी में बैठते ही उल्टी होने लगती है। यह समस्या मोशन सिकनेस या कार सिकनेस नाम से जानी जाती है। यह एक बहुत आम समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है।
 

ज्यादातर बच्चों को बस या गाड़ी में बैठते ही उल्टी होने लगती है। यह समस्या मोशन सिकनेस या कार सिकनेस नाम से जानी जाती है। यह एक बहुत आम समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। इस समस्या के परिणामों में शामिल हैं जी मिचलाना, उल्टी, चक्कर, सिरदर्द और पसीना।

हैपी ट्रैवलिंग करते समय इन बातों का ख्याल रखें अगर बच्चों को ये समस्याएं हैं। बच्चे को कार या बस में बैठते ही उल्टी आने लगती है तो बच्चे को विंडो सीट पर बिठाएं। ताजी हवा मोशन सिकनेस को कंट्रोल करती है। ऐसे में कार की खिड़कियां खोली रखें। इससे ज्यादा ताजी हवा अंदर आएगी और आराम मिलेगा।

अगर बच्चे को कार में बहुत ज्यादा उल्टी होती है तो इससे बचाव के लिए दवाएं आती है। अगर कार या गाड़ी से लंबे टूर पर जा रहे हैं तो आप अपने डॉक्टर की सलाह पर दवाई दे सकते हैं। बच्चों के साथ ट्रैवल करने से तुरंत पहले उन्हें बहुत कुछ ना खिलाएं।

इसी के साथ  बच्चों को कम मात्रा में हल्‍का खाना खिलाएं। ट्रैवलिंग से पहले बच्चों को ऑयली खाना ना खिलाएं। बच्चों को आप ट्रैवलिंग के दौरान कुछ कैंडी दे सकते हैं। आप बच्चों को ऑरेंज या फिर जिंजर कैंडी मुंह में रखने दें।

इसके अलावा अगर बच्चा खा सकता है तो काली मिर्च और लौंग दे सकते हैं।  कार में किताब या अखबार जैसी पढ़ने या मोबाइल चलाने से बचें और कार से बाहर दूर देखें। इससे ध्यान भटकाने में मदद मिलेगी।  ट्रैवलिंग से पहले बच्चे को खूब पानी, नारियल पानी, छाछ जैसी चीजें पिलाएं।