कुछ लोग शराब पीने के बाद इंग्लिश बोलना क्यों कर देते है शुरू, रिसर्च में हुआ चौंका देने वाला खुलासा
अक्सर समाज में यह देखा जाता है कि शराब के नशे में कई लोग अपनी मूल भाषा से अलग दूसरी भाषा विशेष रूप से अंग्रेजी में बात करने लगते हैं। इस घटना को कई बार मजाक में लिया जाता है लेकिन हालिया शोध इसे एक वैज्ञानिक परिपेक्ष्य प्रदान करते हैं। इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि शराब पीने के बाद व्यक्ति की भाषा क्षमता में आने वाले बदलाव के पीछे विज्ञान है।
हालांकि यह अध्ययन शराब के सेवन को प्रोत्साहित नहीं करता है बल्कि इसके पीछे के वैज्ञानिक कारणों को समझाता है। यह अध्ययन हमें यह भी सिखाता है कि हमारी भाषा क्षमताओं पर हमारे मानसिक अवस्था और आत्म-विश्वास का गहरा प्रभाव पड़ता है।
शोध की महत्वपूर्ण खोज
साइकोफर्माकॉलोजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार शराब पीने के बाद व्यक्तियों में दूसरी भाषा बोलने की क्षमता में सुधार होता है। इस अध्ययन में विशेष रूप से नीदरलैंड के नागरिकों का अध्ययन किया गया था जिन्होंने शराब पीने के बाद डच भाषा में अपनी क्षमता में सुधार देखा।
आत्म-विश्वास और भाषा का संबंध
शोध के अनुसार शराब पीने के बाद व्यक्ति के आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है जिससे वे दूसरी भाषाओं में संवाद करने के प्रति अधिक सक्षम महसूस करते हैं। यह वृद्धि उन्हें नई भाषा में बेहतर संवाद करने की हिम्मत देती है जिससे उनकी भाषा क्षमता में लाभ होता है।
व्यवहार में परिवर्तन का विज्ञान
शराब के सेवन से व्यक्ति के मस्तिष्क पर असर पड़ता है जिससे उनके व्यवहार में अनेक बदलाव आते हैं। इसमें भाषा बोलने की क्षमता में बदलाव भी शामिल है। शराब व्यक्ति को अधिक मुक्त और अवरोधों से मुक्त कर देती है जिससे वे दूसरी भाषा में अधिक आराम से बात कर पाते हैं।
स्वास्थ्य पर शराब के प्रभाव
यद्यपि इस शोध में शराब पीने के बाद भाषा क्षमता में सुधार की बात कही गई है लेकिन यह भी जोर देकर कहा गया है कि शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शराब के अत्यधिक सेवन से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।