मिट्टी के तेल यानिकी केरोसिन का रंग नीला क्यों होता है, जान लो इसके पीछे की असली वजह

मिट्टी के तेल का उपयोग भारत में विभिन्न घरेलू कार्यों में होता है। यह एक ऐसी बुनियादी आवश्यकता है जो हर घर तक पहुंचनी चाहिए।
 

मिट्टी के तेल का उपयोग भारत में विभिन्न घरेलू कार्यों में होता है। यह एक ऐसी बुनियादी आवश्यकता है जो हर घर तक पहुंचनी चाहिए। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मिट्टी के तेल का रंग नीला क्यों होता है? आइए इस लेख में हम इसी पहेली को सुलझाने का प्रयास करेंगे।

क्यों है मिट्टी के तेल का रंग नीला?

मूलतः मिट्टी का तेल रंगहीन होता है, परंतु भारत में इसे नीले रंग में देखना आम बात है। इसके पीछे का मुख्य कारण है सरकार द्वारा कालाबाजारी को रोकने की कोशिश। भारत सरकार ने यह निश्चित किया है कि मिट्टी के तेल को नीले रंग में रंगकर, उसे आसानी से पहचाना जा सके और इसे अवैध रूप से बेचने या दुरुपयोग करने से रोका जा सके।

भारत सरकार की अनूठी पहल

राशन के माध्यम से वितरित किए जाने वाले मिट्टी के तेल को नीले रंग में रंगना सरकार का एक सोचा-समझा कदम है। इसके पीछे विचार यह है कि यह रंग इसे अन्य प्रकार के तेलों से अलग करता है जिससे इसकी पहचान आसान हो जाती है और इसे गैर-कानूनी ढंग से बेचना या इसका दुरुपयोग करना मुश्किल हो जाता है। इस तरह सरकार उन लोगों तक मिट्टी के तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करती है जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

समाज के हित में एक कदम

मिट्टी के तेल को नीले रंग में रंगने का निर्णय समाज के हित में उठाया गया एक कदम है। इससे न केवल कालाबाजारी को रोकने में मदद मिलती है, बल्कि यह सुनिश्चित भी होता है कि सरकारी सब्सिडी का लाभ वास्तव में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे। इस तरह, सरकार ने एक सामाजिक समस्या का हल खोजने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका अपनाया है।