रात के टाइम में पीपल के पेड़ के नीचे क्यों नही जाते लोग, वजह जानकर घूम जाएगा आपका भी सिर
हम बचपन से सुनते आए हैं कि पीपल के पेड़ के नीचे रात में नहीं जाना चाहिए। हालाँकि कुछ लोग भूत को इसका कारण बताते हैं, तो दूसरे कुछ और बताते हैं। इसके वैज्ञानिक कारण भी कई बार सामने आए हैं। आइए कुछ कारणों पर चर्चा करते हैं।
आखिर क्यों लोग रात में पीपल के पेड़ के नीचे नहीं जाते हैं। वैसे तो विभिन्न संस्कृतियों और आम विश्वासों में रात में पीपल के पेड़ के नीचे जाने या न जाने की परंपरागत मान्यता है। मीडिया ने बताया कि इसके पीछे कई मान्यताएं हो सकती हैं।
विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक संप्रदायों में यह विश्वास भिन्न हो सकता है। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं: यहां ये ध्यान देने योग्य है कि ये संदर्भ विभिन्न सांस्कृतिक, धार्मिक और आम मान्यताओं पर आधारित हैं और वैज्ञानिक प्रमाणों से समर्थित नहीं हो सकते। आगे हम वैज्ञानिक कारण बताएंगे।
आध्यात्मिक सिद्धांत
कुछ लोगों का मानना है कि पीपल का पेड़ धार्मिक और आध्यात्मिक अर्थों का प्रतीक है। रात में पीपल के पेड़ के नीचे जाने से इसका आध्यात्मिक महत्व कम हो सकता है या इसका आह्वान नहीं किया जा सकता।
अभिशाप
कुछ लोगों का मानना है कि पीपल का पेड़ या उसका वृक्ष हर रात में श्रापित हो जाता है और किसी को उसके नीचे जाने से अभिशाप लग सकता है।
आंशिक आस्था
कई लोगों का मानना है कि पीपल के पेड़ के नीचे रात में जाने से भूत-प्रेत या आत्माएं हो सकती हैं, जिसके संपर्क को कोई व्यक्ति अनुकरण नहीं कर सकता।
सुपरस्टीशन
कई लोगों का मानना है कि सुपरस्टीशन या धार्मिक मान्यता है जिसके कारण रात में पीपल के पेड़ के नीचे जाने से बुरा लग सकता है या कुछ खराब हो सकता है।
क्या वैज्ञानिक कारण हैं?
असल में, पीपल का पेड़ बड़ा होने की वजह से बहुत ज्यादा ऑक्सीजन देता है, लेकिन रात में फोटोसिंथेसिस नहीं होता, इसलिए ऑक्सीजन की जगह कार्बन डाई ऑक्साइड निकलता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि रात में पीपल के पास जाना सफोकेशन का अनुभव दे सकता है। हालांकि, सबसे अधिक ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों में से एक है, जैसा कि कई अध्ययनों ने बताया गया है।
जानिए इसके आयुर्वेदिक कारण
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पीपल के पत्ते, छाल, बीज और फल सब कुछ आयुर्वेदिक रूप से औषधीय गुणों से भरपूर हैं और कई आयुर्वेदिक दवाओं में इसका उपयोग होता है। इसकी रिस्पेक्ट के कारण लोग रात को पीपल के पेड़ के नीचे नहीं जाते।