महिलाओं को रेल्वे सफर में मिलती है ये खास सुविधाएं, बहुत कम महिलाओं को होती है सही जानकारी

भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए कई नई योजनाएँ और सुविधाएं पेश की हैं.
 

BOARD TRAIN WITHOUT TICKET: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए कई नई योजनाएँ और सुविधाएं पेश की हैं. इनमें सीनियर सिटीजन कोटे में आयु सीमा कम करना (Reduced age limit in senior citizen quota) और महिलाओं के लिए लोअर बर्थ की गारंटी शामिल हैं. इससे महिला यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलता है.

महिलाओं के लिए आरक्षित कोच

रेलवे ने महिलाओं के लिए विशेष कोच (Women's coach in trains) की व्यवस्था की है, जिससे वे बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा कर सकती हैं. इस कोच में प्रवेश पुरुषों के लिए वर्जित है, जिससे महिलाओं को अधिक सुरक्षित माहौल मिलता है. इस व्यवस्था के तहत, केवल 12 वर्ष से कम उम्र के लड़कों को ही प्रवेश की अनुमति होती है.

उल्लंघन पर कठोर कानूनी कार्रवाई

अगर कोई पुरुष नियमों का उल्लंघन करते हुए महिला कोच में प्रवेश करता है, तो भारतीय रेलवे शिकायतों के आधार पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करता है (Legal action on violation). यह न केवल सुरक्षा को सुनिश्चित करता है, बल्कि अन्य यात्रियों को भी यह संदेश देता है कि रेलवे नियमों का सख्ती से पालन करवाना सुनिश्चित करता है.

बिना टिकट यात्रा पर नियम

बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे के पास सख्त नियम हैं. यदि कोई महिला बिना टिकट पाई जाती है, तो उसे जुर्माना भरने के बाद यात्रा जारी रखने की अनुमति होती है (Fine for ticketless travel). हालांकि, अगर वे जुर्माना भरने में असमर्थ हैं, तो केवल एक महिला कांस्टेबल ही उन्हें ट्रेन से उतार सकती है.

महिलाओं की सुरक्षा में सीसीटीवी

सुरक्षा के लिए रेलवे ने स्टेशनों और ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे (CCTV for safety) लगाए हैं. ये कैमरे महिला कोचों और प्रमुख स्थानों पर सक्रिय निगरानी प्रदान करते हैं, जिससे महिलाओं को और अधिक सुरक्षित माहौल मिलता है. यदि कहीं सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हों या उनकी उपस्थिति न हो, तो महिलाएं इसकी शिकायत करने के लिए स्वतंत्र हैं.