जिन औरतों में होती है ये 4 ग़ंदी आदतें उनके पति को नही मिलती संतुष्टि, ऐसी औरतों पर लोगों की रहती है निगाहें

आचार्य चाणक्य की सिद्धियाँ आज भी लागू होती हैं। नीति ग्रंथ में आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों का उल्लेख किया है। कहा जाता है कि इन नीतियों को अपनाने से जातक सफल होगा।
 

आचार्य चाणक्य की सिद्धियाँ आज भी लागू होती हैं। नीति ग्रंथ में आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों का उल्लेख किया है। कहा जाता है कि इन नीतियों को अपनाने से जातक सफल होगा।

आचार्य चाणक्य की ये नीतियां भी जातक को मुश्किल समय में सही निर्णय लेने में मदद करती हैं। एक श्लोक में आचार्य ने बताया कि कड़ी मेहनत के बाद व्यक्ति को कौन-सी चीजें मिलती हैं। साथ ही जानें-

भोज्यं भोजनशक्तिश्च रतिशक्तिर वरांगना। 
विभवो दानशक्तिश्च नाऽल्पस्य तपसः फलम् ॥

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि भोजन के लिए अच्छे पदार्थों का प्राप्त होना, उन्हें खाकर पचाने की शक्ति होना, सुंदर स्त्री का मिलना, उसके उपभोग के लिए कामशक्ति होना, धन के साथ-साथ दान देने की इच्छा होना सब महान तप से मिलते हैं।

भोजन में अच्छी चीजें चाहते हैं, लेकिन उन्हें पाने और पचाने की क्षमता भी चाहिए। एक आदमी चाहता है कि उसकी पत्नी सुंदर हो, लेकिन उसके उपभोग के लिए उसके पास बल भी होना चाहिए। हर कोई धन रखना चाहता है, लेकिन धन प्राप्त करने के बाद कितने लोग उसका उपयोग कर पाते हैं?

दान सबसे अच्छा है। किन्हीं शुभ कार्यों से पूर्व जन्मों में अच्छी जीवन संगिनी, शारीरिक शक्ति, पौरुष और निरोगता, धन और वक्त की जरूरत पर किसी के काम आने की प्रवृत्ति आदि मिलते हैं। तपस: फलम् का मतलब कठोर मेहनत और आत्मसंयम है।