इस खास बीज से बनाए जाते है महिलाओं के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स, इसकी खेती करके कर सकते है लाखों में कमाई

बहुत से किसानों को लगता है कि धान-गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों की खेती में ही कमाई है, लेकिन ऐसी बात नहीं है। किसान वनस्पति फसलों की भी खेती से बंपर कमाई कर सकते हैं। कृषि क्षेत्र में नई प्रवृत्तियों और तकनीकों का...
 

बहुत से किसानों को लगता है कि धान-गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों की खेती में ही कमाई है, लेकिन ऐसी बात नहीं है। किसान वनस्पति फसलों की भी खेती से बंपर कमाई कर सकते हैं। कृषि क्षेत्र में नई प्रवृत्तियों और तकनीकों का समावेश लगातार हो रहा है।

ऐसे में धान और गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों के अलावा किसानों के सामने वनस्पति फसलों की खेती के रूप में एक नया और लाभकारी विकल्प उभर कर आया है। आज हम एक ऐसी वनस्पति फसल के बारे में बात करेंगे, जिसकी खेती से किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं।

खास बात यह है कि हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में इस वनस्पति फसल की खेती शुरू भी हो गई है। इसका उपयोग सिंदूर, लिपस्टिक, नेल पॉलिश, बालों में लगाने वाली मेहंदी और साबुन बनाने में होता है।

'बिक्सा ओरेलाना' एक लाभकारी विकल्प

'बिक्सा ओरेलाना' जिसे आमतौर पर सिंदूरी या लिपस्टिक पौधा कहा जाता है, वनस्पति फसलों में एक नई क्रांति लाने की क्षमता रखता है। यह पौधा न केवल औषधीय गुणों से भरपूर है बल्कि कॉस्मेटिक उद्योग में भी इसका महत्वपूर्ण स्थान है।

कॉस्मेटिक उद्योग में मांग

सिंदूर, लिपस्टिक, नेल पॉलिश, मेहंदी और साबुन बनाने में 'बिक्सा ओरेलाना' के बीजों का उपयोग होता है। इस पौधे की खासियत यह है कि यह प्राकृतिक रूप से विकसित होता है और इसके बीजों से प्राप्त सिंदूर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी खूब मांग है।

औषधीय महत्व

'बिक्सा ओरेलाना' के पौधे में ढेरों औषधीय गुण होते हैं। यह त्वचा रोग, त्वचा में जलन, कटने और पीलिया जैसी बीमारियों में लाभकारी साबित होता है। इसकी रोपाई दिसंबर और जनवरी के महीने में की जाती है।

जिससे इसकी उचित वृद्धि सुनिश्चित होती है। हालांकि कुछ किसान जुलाई से सितंबर के मध्य भी इसकी रोपाई करते हैं, जो इसकी विविधतापूर्ण उपजाऊ क्षमता को दर्शाता है।

आर्थिक महत्व

'बिक्सा ओरेलाना' की खेती किसानों के लिए एक बंपर कमाई का स्रोत साबित हो सकती है। इस पौधे की खेती से निकलने वाले फलों से प्राप्त सिंदूर का बाजार मूल्य 400 रुपये प्रति किलो से अधिक होता है जो कि किसानों के लिए लाभकारी है। इसके अलावा इसकी मांग विदेशी बाजारों में भी खूब है, जो इसे निर्यात के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है।

सिंथेटिक सिंदूर का एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प

बाजार में उपलब्ध सिंथेटिक सिंदूर के दुष्प्रभावों के चलते 'बिक्सा ओरेलाना' के प्राकृतिक सिंदूर की मांग में वृद्धि हो रही है। इसके प्राकृतिक गुण इसे एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बनाते हैं, जिससे महिलाओं को सिंथेटिक सिंदूर के दुष्प्रभावों से राहत मिल सकती है।