बिना आधार के इस लिमिट से ज्यादा नही खरीद सकते है सोना, जाने क्या कहता है इनकम टैक्स का नियम
सोना हमेशा से हमारी संस्कृति और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। निवेश के रूप में हो या फैशन के तौर पर, सोने की मांग में कभी कमी नहीं आती। हालांकि, इसकी खरीदी के दौरान कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है खासकर जब आप नकद में खरीदारी कर रहे हों। इस आर्टिकल में हम सोने की खरीदारी से जुड़े मुख्य नियमों के बारे में बताएंगे ।
सोना हमेशा से हमारी संस्कृति और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। निवेश के रूप में हो या फैशन के तौर पर, सोने की मांग में कभी कमी नहीं आती। हालांकि, इसकी खरीदी के दौरान कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है खासकर जब आप नकद में खरीदारी कर रहे हों। इस आर्टिकल में हम सोने की खरीदारी से जुड़े मुख्य नियमों के बारे में बताएंगे ।
नगद खरीद की सीमा
आयकर अधिनियम के तहत नकद में सोने की खरीदी करते समय कोई खास सीमा निर्धारित नहीं है लेकिन विक्रेता के लिए नियम स्पष्ट हैं। किसी भी विक्रेता को एक बार में 2 लाख रुपये से अधिक नकद में स्वीकार करने की अनुमति नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपको एक से अधिक लाख की राशि का सोना खरीदना है, तो आपको भुगतान डिजिटल मोड में करना पड़ सकता है।
पहचान पत्र की आवश्यकता
जब आप दो लाख रुपये से अधिक कीमत का सोना खरीदते हैं तो आपको अपना पैन कार्ड और आधार कार्ड दिखाने की आवश्यकता होती है। ये दस्तावेज न केवल आपकी पहचान सत्यापित करते हैं बल्कि यह सुनिश्चित करते हैं कि लेनदेन की प्रक्रिया पारदर्शी और कानूनी रूप से सही हो। यदि आपके पास ये दस्तावेज नहीं हैं तो आपको 2 लाख रुपये तक की खरीद सीमित रहेगी।
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जुर्माना और सजा
अगर कोई ज्वैलर या विक्रेता नियमों को नहीं मानता है और 2 लाख रुपये से अधिक का नकद भुगतान स्वीकार कर लेता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इसमें जुर्माना और अन्य कानूनी परिणाम शामिल हो सकते हैं। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि आप और आपके विक्रेता दोनों ही सभी कानूनी बाध्यताओं का पालन कर रहे हों।