नोएडा से उतराखंड का सफर अब होगा पहले से भी ज्यादा आरामदायक, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का लगभग काम हुआ पूरा

उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड जाने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दिल्ली एनसीआर को उत्तराखंड से जोड़ने वाला देहरादून एक्सप्रेसवे (Dehradun Expressway) का 90% काम पूरा हो चुका है।
 

उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड जाने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। दिल्ली एनसीआर को उत्तराखंड से जोड़ने वाला देहरादून एक्सप्रेसवे (Dehradun Expressway) का 90% काम पूरा हो चुका है। यह परियोजना नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करेगी और यात्रा को सुगम बनाएगी।

जल्द ही यात्री इस नए एक्सप्रेसवे का लाभ उठा सकेंगे। देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इसका पूरा होना न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा।

बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा को भी ध्यान में रखेगा। इस परियोजना का इंतजार न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पर्यटकों को भी है। जो जल्द ही इस नए और आधुनिक एक्सप्रेसवे का लाभ उठा सकेंगे।

इस एक्सप्रेसवे का महत्व

देहरादून एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यात्रा को तेज और आसान बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। अभी तक यात्री नेशनल हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम का सामना करते थे। लेकिन इस नए एक्सप्रेसवे के बनने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।

इस एक्सप्रेसवे की लंबाई और चौड़ाई इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है। क्योंकि यह दोनों राज्यों के बीच यातायात को सुचारु और तेज बनाएगा।

जुलाई में खुलेगा एक्सप्रेसवे

नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अनुसार, जुलाई महीने तक देहरादून एक्सप्रेसवे के चौथे सेक्शन का काम पूरा हो जाएगा और यह आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। चौथा सेक्शन गणेशपुर से आशारोड़ी चेक पोस्ट तक फैला हुआ है और इसकी कुल लंबाई 20 किलोमीटर है।

इस सेक्शन में जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए बरसाती नदी के ऊपर 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड भी बनाई जा रही है।

एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर

देहरादून एक्सप्रेसवे का चौथा सेक्शन राजाजी नेशनल पार्क की सीमा से होकर गुजरता है। इस हिस्से में जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए एक विशेष 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जा रहा है, जो एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर होगा।

यह एलिवेटेड रोड बरसाती नदी के ऊपर बनाई जा रही है, जिससे जंगली जानवर सुरक्षित रूप से अपनी गतिविधियों को जारी रख सकें। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के इंजीनियर ने बताया कि चौथे सेक्शन का काम लगभग 90% पूरा हो चुका है।

एक्सप्रेसवे के विभिन्न सेक्शन

देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण चार सेक्शनों में बांटकर किया जा रहा है। पहला सेक्शन दिल्ली के अक्षरधाम से बागपत तक है। जहां काम तेजी से चल रहा है। दूसरा सेक्शन बागपत से सहारनपुर तक है।

जिसमें नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है और इसका 60% काम पूरा हो चुका है। तीसरा सेक्शन सहारनपुर से गणेशपुर तक है, जहां काम अंतिम चरण में है। चौथा और आखिरी सेक्शन गणेशपुर से आशारोड़ी तक है, जो लगभग पूरा हो चुका है।

परियोजना की समय सीमा

इस परियोजना का पूरा काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अनुसार 30 जून तक चौथे सेक्शन का काम पूरा करने का लक्ष्य है और जुलाई महीने से इस हिस्से में ट्रैफिक चलाने की तैयारी की जा रही है। एलिवेटेड रोड के निर्माण का काम केवल उन जगहों पर बाकी है जहां क्रॉसिंग है, बाकी काम पूरा हो चुका है।

भविष्य की संभावनाएं

देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा और ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा। बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक बड़ा वरदान साबित होगा।