Haryana IMD Alert: गर्मी और उमस के बीच हरियाणा में कब होगी बारिश, जाने मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी

हरियाणा में एक दो दिन के स्थिरता के बाद मानसूनी हवाएँ फिर से सक्रिय होने वाली हैं. कल से मौसम में बदलाव आएगा और 2 से 5 सितंबर के दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश  की संभावना है.
 

Haryana IMD Alert: हरियाणा में एक दो दिन के स्थिरता के बाद मानसूनी हवाएँ फिर से सक्रिय होने वाली हैं. कल से मौसम में बदलाव आएगा और 2 से 5 सितंबर के दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश  की संभावना है. वर्तमान आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश का मानसूनी कोटा अभी पूरा नहीं हुआ है. गौरतलब है कि हरियाणा में 24 साल बाद इस अगस्त में सामान्य से 26 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है जो कि एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है.

मानसून ट्रफ और उसके असर

चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. मदन खीचड़, के अनुसार मानसून ट्रफ रेखा (Monsoon Trough Line) सामान्य स्थिति में उत्तर की ओर बनी हुई है, जिससे राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है. इससे 2 सितंबर से 5 सितंबर तक राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मध्यम से लेकर हल्की बारिश (Moderate to Light Rainfall) की संभावना है, जिसमें गरज के साथ बूंदाबांदी भी शामिल है.

हरियाणा के जिलों में मौसम की स्थिति 

हरियाणा के विभिन्न जिलों में आज का अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा है. इससे मानसूनी हवाओं के सक्रिय होने के साथ ही तापमान में भी कमी आने की उम्मीद (Temperature Drop Expected) है. अगले कुछ दिनों में तापमान में यह कमी और बारिश की गतिविधियां सम्मिलित होकर मौसमी परिवर्तन लाएंगी, जिससे किसानों और आम जनता को राहत मिलेगी.

बारिश से होने वाले प्रभाव

हरियाणा में होने वाली बारिश से न केवल खेती को लाभ होगा, बल्कि जल संरक्षण के लिहाज से भी यह फायदेमंद (Beneficial for Agriculture and Water Conservation) साबित होगी. भूजल स्तर में सुधार, फसलों की बेहतर वृद्धि और जलाशयों के पुनर्भरण से राज्य के कृषि परिदृश्य में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेगा.

आगे की संभावनाएं और तैयारियां

राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन मानसूनी सीजन के दौरान संभावित जलभराव और बाढ़ की स्थितियों के लिए तैयारी में जुट गए हैं. नालों की सफाई, बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना, और आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों की तैनाती से इस सीजन में किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए पूर्णतः तैयारी की गई है (Emergency Preparedness for Monsoon). इसके अलावा, कृषि विभाग भी किसानों को मानसूनी सीजन में उनकी फसलों की देखभाल के लिए आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान कर रहा है.