Haryana Barish: अगले 48 घंटो में हरियाणा में दोबारा सक्रिय होगा मानसून, इन जिलों में भारी बारिश होने के है आसार
हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में मानसून ने जोरदार एंट्री मारी है। हालांकि शुरुआती धमाके के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ गई हैं। खासतौर पर राज्य के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में बारिश सामान्य से कम हुई है जबकि दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से ज्यादा बारिश हुई हैं।
मानसून का हाल
मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार मानसून की सक्रियता बंगाल की खाड़ी में बनने वाले लो प्रेशर और मानसून ट्रफ पर निर्भर करती है। इस समय, मानसून ट्रफ लाइन जैसलमेर-चित्तौड़गढ़ से होकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को पार कर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इस वजह से राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भी मानसून सक्रिय हो गया है।
आने वाले दिनों में मौसम का हाल
अगले तीन से चार दिनों में हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में मानसून कमजोर रहने की संभावना है जिससे केवल हल्की छिटपुट बारिश हो सकती है। इस दौरान उमस और गर्मी बढ़ने की आशंका है। हालांकि 11 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मानसून में फिर से जान आने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 11 से 15 जुलाई के बीच हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बारिश का आंकड़ा
1 जून से 8 जुलाई के बीच हरियाणा में 72.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो कि सामान्य से 14% कम है। कुछ जिले जैसे अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, चरखी दादरी, और फरीदाबाद में बारिश सामान्य से कम हुई है। इसके विपरीत राज्य के अन्य जिलों में बारिश सामान्य से अधिक हुई है।