Monsoon in UP: यूपी में आज लखनऊ समेत इन जिलों में हो सकती है बारिश, जाने मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी

उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून ने अपनी चाल दिखा दी है। यूपी की राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शुक्रवार शाम से ही बारिश का दौर शुरू हो गया है।
 

उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून ने अपनी चाल दिखा दी है। यूपी की राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शुक्रवार शाम से ही बारिश का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, लखीमपुर-खीरी, बरेली, अमेठी, और रायबरेली में सुबह से ही जमकर बारिश हो रही है। इस मानसूनी बारिश की चपेट में आया पूरा क्षेत्र जलजमाव और यातायात में बाधाओं का सामना कर रहा है।

मौसम में फेरबदल

उत्तर प्रदेश में विविधतापूर्ण बारिश का पैटर्न देखने को मिल रहा है। कहीं बारिश रुक-रुक कर हो रही है तो कहीं पर यह तेजी से बरस रही है। इस बारिश के कारण कई जगहों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हुई है और सड़कों के टूटने की खबरें भी आई हैं। यह स्थिति न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है बल्कि यातायात में भी व्यवधान पैदा कर रही है।

दिल्ली में टूटा 88 वर्षों का रिकॉर्ड

दिल्ली में इस वर्ष बारिश ने 88 वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, 1936 के बाद इस वर्ष जून माह में सबसे अधिक बारिश हुई है। इस बारिश ने न केवल गर्मी से राहत दिलाई है बल्कि कई जलभराव की स्थितियां भी उत्पन्न की हैं, जिससे सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है।

बारिश लाई राहत और आफत

मानसून के साथ आने वाली इस बारिश ने जहां एक तरफ राहत की सांस दिलाई है, वहीं दूसरी ओर यह आफत भी बन कर आई है। लखनऊ और दिल्ली-एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी के कई हिस्सों में जलजमाव और जाम की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। शुक्रवार को हुई बारिश ने कई जगह यात्रा में असुविधा और विलंब का कारण बनी है।

सरकारी व्यवस्थाओं पर उठते सवाल

पहली बारिश ने न केवल जलजमाव की समस्या को बढ़ाया है बल्कि सरकारी व्यवस्थाओं की कमियों को भी उजागर किया है। दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में, जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, बारिश के कारण भारी पानी भराव हुआ है। प्रगति मैदान की सुरंग तो पानी भर जाने के कारण बंद करनी पड़ी, जिससे हजारों यात्री सड़कों पर फंस गए।

आने वाले दिनों में बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने बताया कि 29 जून से 2 जुलाई तक उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं भारी और कहीं-कहीं अति भारी बारिश की संभावना है। इसी तरह, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा-चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, तटीय कर्नाटक और अन्य कई राज्यों में भी भारी बारिश की उम्मीद है। यह बारिश न सिर्फ खेती के लिए लाभकारी होगी बल्कि जल स्तर को भी संतुलित रखेगी, हालांकि इससे जनजीवन में कुछ असुविधाएँ भी आएंगी।