गाड़ी के टायर में ज़्यादा हवा भरवाने वाले हो जाए सावधान, एक गलती से हो सकता है तगड़ा नुक़सान

कई लोगों का मानना है कि वाहन में अधिक हवा भरने से वाहन का माइलेज और गति बढ़ जाती है। यही कारण है कि बहुत से लोग अपनी कारों में अधिक हवा भरकर ड्राइव करते हैं, जिससे अक्सर बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं। यह समाचार लेख आपको आपके टायर में बहुत अधिक हवा होने के नकारात्मक प्रभावों के बारे में बताएगा।
टायर में अधिक प्रेशर होने से रहता है हादसे का खतरा
वाहन के अंदर उच्च वायुदाब के कारण टायर आकार में बड़ा हो जाता है, जिससे सड़क पर वाहन की पकड़ कम हो जाती है। दूसरी ओर, कम घर्षण का मतलब है कि टायर जल्दी खराब हो जाते हैं, जिससे उच्च वायुदाब वाले राजमार्गों पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। उच्च वायुदाब में लंबी सवारी किसी भी खतरे के लिए एक चुनौती है। टायर ज्यादा गर्म होने के कारण गर्म हो जाता है। गति के दौरान कार के टायर फट गए, जिससे बड़ा हादसा हो गया। इसलिए जरूरत के हिसाब से वाहन में हवा का दबाव बनाए रखना चाहिए।
गाड़ी में इतनी होनी चाहिए एयर प्रेशर
यदि आपके पास एक छोटी कार है, तो 35 पाउंड प्रति वर्ग इंच (PSI) से अधिक का दबाव बनाए रखें। इससे आपके वाहन के टायरों को होने वाला नुकसान भी कम होगा और टायर की लाइफ भी बढ़ जाएगी। आम तौर पर, कार के टायर का दबाव 30PSI से 40PSI के बीच होना चाहिए।