Air Conditioner: क्या चलती हुई कार में AC चलाने से कम मिलता है अवरेज, जाने क्या है सच्चाई

गर्मियों का टाइम का मतलब कारों में एयर कंडीशनिंग चालू करने का समय है। लेकिन गर्मियों में बिना एयर कंडीशनिंग के कार चलाना बहुत मुश्किल होता है। बाहर की तुलना में कार के अंदर ज्यादा गर्मी होती है। लेकिन कुछ लोग सोचते हैं कि एयर कंडीशनिंग चालू ना करने से पेट्रोल की बचत होगी और कार तेज चलेगी। लेकिन एयर कंडीशनिंग वास्तव में ईंधन नहीं बचाती है। यह सिर्फ एक भ्रम है। तो, चलिए आपको बताते है कि क्या एयर कंडीशनिंग चालू करने से वास्तव में कार की ईंधन खपत ज़्यादा हो जाती है?
इंजन की एनर्जी से चलता है AC
इंजन चालू होने के बाद ही कार का एयर कंडीशनिंग अल्टरनेटर से मिलने वाली ऊर्जा से काम करता है। कार के स्टार्ट होने तक एसी भी काम नहीं करता है और इसे चलाने के लिए इंजन से एनर्जी की जरूरत होती है। यहां तक कि जब कार चालू नहीं होती है तब भी एसी तब तक चालू नहीं होता।
खिड़की खोलने से नही होती बचत
जब आप हाईवे पर होते हैं, तो कई लोग ताज़ी हवा लेने के लिए अपनी कार की सभी खिड़कियाँ खोल देते हैं।सोचते है की अब AC नही चलेगी तो कार कम ईंधन खपत करेगी. लेकिन यह कार के अंदर की हवा को बहुत गर्म और दमदार भी बना सकता है। इससे कार का इंजन कम कुशलता से काम कर सकता है, जिसका अर्थ है कि इंजिन को कार चलाने के लिए अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है।
जाने कितनी कम होती है माईलेज
जब आप तेज गति से कार चला रहे होते हैं, तो एयर कंडीशनिंग को ऑन करते भी हो तो इससे माइलेज पर कोई ज़्यादा फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन जब आप खिड़कियाँ खोलकर गाड़ी चलाते हैं, तो कार का माइलेज थोड़ा कम हो जाता है। ऑटो विशेषज्ञों का मानना है कि कार में एयर कंडीशनिंग चलाने से कुल माइलेज में लगभग 5-10% की कमी होती है। इसलिए जब आप शहर में गाड़ी चला रहे हों तो एयर कंडीशनिंग चालू करना या ना करना बराबर है क्योंकि ईंधन की खपत ज़्यादा होती है।