कॉल और इंटरनेट को महंगा कर कंपनियां करेगी मोटी कमाई, प्रति ग्राहक से इतने रूपये की कमाई करती है टेलिकॉम कंपनियां
ढाई साल के लंबे अंतराल के बाद टेलीकॉम कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ में 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी न केवल टेलीकॉम कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगी बल्कि ग्राहकों के लिए भी महत्वपूर्ण असर डालेगी। इससे इन कंपनियों की कर पूर्व लाभ (EBITDA) में 20-22 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है और प्रति ग्राहक औसत राजस्व (ARPU) में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
बढ़े हुए टैरिफ से कंपनियों की कमाई में इजाफा
रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग के अनुसार टेलीकॉम कंपनियों ने मोबाइल फोन पर बात करना और इंटरनेट का इस्तेमाल करना महंगा कर ग्राहकों से ज्यादा कमाई करने की योजना बनाई है। सभी मोबाइल और डाटा प्लान की कीमतें बढ़ाने से इन कंपनियों को हर ग्राहक से लगभग 15 फीसदी ज्यादा कमाई हो सकती है। इस बढ़ोतरी का सीधा असर इन कंपनियों की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा जिससे उनके कर लाभ में 20-22 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है।
एआरपीयू में बढ़ोतरी का महत्व
2022-23 में टेलीकॉम कंपनियों का औसत प्रति ग्राहक कमाई (ARPU) 191 रुपये थी जो 2024-25 में बढ़कर 220 रुपये तक पहुंच सकती है। यह बढ़ोतरी न केवल कंपनियों के लिए लाभदायक होगी बल्कि उन्हें अपने नेटवर्क को अपग्रेड करने और विस्तार करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही ARPU में हर एक रुपये की बढ़ोतरी से टेलीकॉम उद्योग का कर पूर्व लाभ 1000 करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।
टेक्नोलॉजी अपग्रेड और नेटवर्क विस्तार में मदद
एआरपीयू में 15 फीसदी की बढ़ोतरी से टेलीकॉम कंपनियों को अपनी टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने और नेटवर्क का विस्तार करने में मदद मिलेगी। इससे ग्राहकों को बेहतर सेवा और उच्च गुणवत्ता वाले नेटवर्क का लाभ मिलेगा। कंपनियों के कर्ज में भी कमी आएगी जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी मजबूत होगी। यह बदलाव भारतीय टेलीकॉम उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
ग्राहकों पर असर
हालांकि टेलीकॉम कंपनियों के लिए यह बढ़ोतरी लाभदायक साबित होगी, लेकिन इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा। मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं के महंगे होने से ग्राहकों को अधिक खर्च करना पड़ेगा। यह बढ़ोतरी विशेष रूप से उन ग्राहकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है जो पहले से ही ज्यादा कीमतों का सामना कर रहे हैं।
टेलीकॉम उद्योग का भविष्य
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा की गई इस बढ़ोतरी से भारतीय टेलीकॉम उद्योग के भविष्य में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उच्च ARPU से कंपनियों को अपनी सेवाओं में सुधार करने और नई तकनीकों को अपनाने का मौका मिलेगा। इससे ग्राहकों को भी उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं का लाभ मिलेगा और टेलीकॉम उद्योग में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।