Gautam Adani करने जा रहे है कुछ बड़ा, इस प्रोजेक्ट पर 150 अरब डॉलर निवेश करने की चल रही है प्लानिंग

एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी लंबे समय से अगले कुछ सालों में बड़े निवेश की योजना बना रहे हैं. अदाणी समूह हरित ऊर्जा, डेटा सेंटर, हवाई अड्डों और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में करीब 150 अरब डॉलर का निवेश करेगा। समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) ने इस योजना का वित्तीय विवरण साझा किया है।
Gautam Adani का बड़ा सपना
एजेंसी की खबर के मुताबिक, 10 अक्टूबर को अडानी ग्रुप के सीएफओ ने वेंचुरा सिक्योरिटीज लिमिटेड की इनवेस्टर्स मीट में इन प्लान्स का खुलासा किया। गौतम अडानी के बड़े सपने पर व्याख्यान के दौरान रॉबी सिंह ने कहा कि अडानी समूह की योजना 1 ट्रिलियन डॉलर की वैश्विक सूची में शामिल होने की है.
यहां होगा सबसे ज्यादा निवेश
सीएफओ रॉबी सिंह ने अडानी समूह की आगे की योजनाओं और निवेशों की जानकारी देते हुए कहा कि अगले 5-10 वर्षों में ग्रीन हाइड्रोजन कारोबार में 5 अरब डॉलर से 70 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा।
बाकी बातों के बावजूद हरित ऊर्जा के क्षेत्र में 23 अरब डॉलर का भारी निवेश करने की योजना तैयार की गई है। यह कंपनी पेट्रोकेमिकल्स, इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर समेत अन्य सेक्टरों में बड़ा निवेश करने के लिए तैयार है।
इन क्षेत्रों में भी होगा बड़ा निवेश
उन्होंने कहा कि अडानी समूह बिजली पारेषण में 7 अरब डॉलर, परिवहन उपयोगिता में 12 अरब डॉलर और सड़क क्षेत्र में 5 अरब डॉलर का निवेश करेगा. इसके अलावा अडानी ग्रुप एज कॉनेक्स की पार्टनरशिप में डेटा सेंटर बिजनेस में करीब 6.5 अरब डॉलर का निवेश करने की तैयारी कर रहा है। वे क्लाउड सेवा में प्रवेश करेंगे।
Airports पर इतना इन्वेस्ट होगा
अदाणी समूह ने हवाई अड्डों के लिए 9-10 अरब डॉलर और सीमेंट क्षेत्र में कारोबार के विस्तार के लिए 10 अरब डॉलर के निवेश की योजना तैयार की है। योजना के तहत, गौतम अडानी के नेतृत्व वाला समूह पेट्रोकेमिकल कारोबार में 2 अरब डॉलर और तांबा क्षेत्र में 1 अरब डॉलर का निवेश करेगा। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र बीमा, अस्पताल और निदान, और फार्मा में लगभग 7 से 10 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।
सात साल में 16 गुना बढ़ा मार्केट कैप
पीटीआई के मुताबिक, अदाणी समूह हाल के वर्षों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। रिसर्च के मुताबिक, अडानी ग्रुप (अडानी ग्रुप एमकैप) का बाजार पूंजीकरण 2015 में सिर्फ 16 अरब डॉलर था। सात साल में बिटकॉइन की कीमत 16 गुना बढ़कर 260 अरब डॉलर हो गई है।