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Goat Breed: इस नस्ल की बकरी को पालने वाले को नही रहती पैसों की कमी, हर रोज दूध बेचकर कर सकते है तगड़ी कमाई

हमारे देश में लोग खेती के साथ-साथ जानवर पालकर भी पैसा कमाते हैं। ग्रामीण इलाकों में आपको हर घर में जानवर मिल जाएंगे। कुछ लोग गाय-भैंस पालते हैं तो कुछ लोग बकरी पालते नजर आते हैं।
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indian goat breed
   

हमारे देश में लोग खेती के साथ-साथ जानवर पालकर भी पैसा कमाते हैं। ग्रामीण इलाकों में आपको हर घर में जानवर मिल जाएंगे। कुछ लोग गाय-भैंस पालते हैं तो कुछ लोग बकरी पालते नजर आते हैं। अब सरकार भी बकरी पालन बिजनेस को बढ़ाने के लिए पैसों से मदद कर रही है।

यदि आप भी बकरी पालन का बिजनेस करना चाहते हैं तो एक खास नस्ल की बकरियां पालना जरूरी है। आज हम आपको बकरी की एक ऐसी खास नस्ल के बारे में बता रहे हैं जिसके पालने से न सिर्फ आपको अच्छी मात्रा में दूध मिलेगा बल्कि इसका मांस भी काफी महंगा बिकता है।

सिरोही नस्ल की बकरीका बिजनेस 

सिरोही नस्ल की बकरी की बाजार में काफी मांग है। दरअसल यह बकरी एक बार में 1 लीटर से ज्यादा दूध देने में सक्षम है। अपनी खासियत के कारण यह बकरा काफी महंगी कीमत पर बिकता है। सिरोही बकरी की 37 नस्लें हैं। सबसे अच्छी और फायदेमंद बात यह है कि इसे पालने की लागत भी बहुत कम आती है।

इतना ही नहीं इस बकरी का दूध अच्छी सेहत के लिए भी फायदेमंद है। यदि आप 200 बकरियों का बिजनेस करते हैं तो इनसे आपकी सालाना आमदनी आसानी से 25 लाख रुपये हो जाएगी।

सिरोही नस्ल की बकरी कहां पाई जाती है?

अगर आप इस बकरी को खरीदने की सोच रहे हैं तो बकरी की यह नस्ल ज्यादातर राजस्थान गुजरात और उत्तर प्रदेश राज्यों में पाई जाती है। इन राज्यों में सिरोही बकरियां अपनी उच्च गुणवत्ता और स्वास्थ्यवर्धक दूध के लिए प्रसिद्ध हैं। इन्हें पालने के लिए खास तरह की देखभाल की जरूरत नहीं होती है जिससे यह बिजनेस अधिक लाभकारी बन जाता है।

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सिरोही बकरी की पहचान

सिरोही नस्ल की बकरियां स्थानीय बकरियों की तुलना में आकार में छोटी होती हैं। इनका रंग मुख्यतः भूरा होता है। इनके कान लम्बे और चौड़े होते हैं जो इनकी विशेष पहचान है। इनके सींग घुमावदार होते हैं और इनके बाल छोटे और घने होते हैं। इनकी पहचान इनकी अद्वितीय शारीरिक संरचना और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण होती है।

बकरी पालन की लागत और मुनाफा

सिरोही बकरी को पालने की लागत अन्य नस्लों की बकरियों की तुलना में कम होती है। इन बकरियों को खिलाने में ज्यादा खर्च नहीं आता क्योंकि इन्हें सामान्य चारा और फलों से संतुष्टि मिल जाती है। इसके बावजूद इनके दूध और मांस की बाजार में ऊँची कीमत होने के कारण मुनाफा अधिक होता है।

सिरोही बकरी का आहार

ये बकरियां ज्यादातर चारा खाती हैं और इन्हें खट्टा मीठा और कड़वा चारा खाना पसंद है। इन्हें फल भी पसंद हैं जो इन्हें पौष्टिकता और ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस प्रकार का आहार इनकी सेहत को बनाए रखने में मदद करता है और दूध की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है।

सरकारी मदद और योजनाएं

सरकार बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इससे बकरी पालकों को बिजनेस शुरू करने में मदद मिलती है और वे आसानी से लाभ कमा सकते हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आप अपने बिजनेस को सफल बना सकते हैं और उच्च मुनाफा कमा सकते हैं।