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29 सितंबेर की दोपहर को सोने चांदी के भाव में आई थोड़ी तेजी, जाने 1 तोले सोने का ताजा भाव

हाल ही में सोने की कीमतों ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में नई ऊँचाइयों को छू लिया है. 26 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2685.42 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गया
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29 सितंबेर की दोपहर को सोने चांदी के भाव में आई थोड़ी तेजी
   

हाल ही में सोने की कीमतों ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में नई ऊँचाइयों को छू लिया है. 26 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2685.42 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गया जबकि घरेलू बाजार में यह 75,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया. इस साल अब तक, सोने की कीमतों में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है जो इसके महत्व को और भी प्रमुखता से दर्शाता है.

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आर्थिक नीतियाँ और उनका सोने पर असर 

विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में तेजी का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती है. फेड ने हाल ही में 50 बेसिस प्वाइंट्स (basis points cut) की कटौती की जिससे ब्याज दरें 4.75 से 5 प्रतिशत के रेंज में आ गईं. इस कदम ने डॉलर को कमजोर किया जिससे सोने के भाव को बढ़ावा मिला.

जियोपॉलिटिकल अस्थिरता और सोने की मांग 

इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विक अस्थिरता ने भी निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर आकर्षित किया है. इस परिस्थिति में विशेषज्ञों का अनुमान है कि सोने का भाव आने वाले वर्षों में 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर सकता है. अनिंद्य बनर्जी के अनुसार सोने का भाव अगले 4 साल में 4000 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच सकता है जिससे घरेलू बाजार में सोने की कीमत (projected gold price) 1,10,000 रुपये तक होने की संभावना है.

केंद्रीय बैंकों की भूमिका और सोने की खरीदारी

केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी भी इस उछाल का एक प्रमुख कारण है. निवेशकों का ध्यान सुरक्षित संपत्ति की ओर बढ़ने से सोने की मांग में भी इजाफा हुआ है. पीटर मैकगायर के अनुसार, "केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई खरीददारी असाधारण रही है, और यह पिछले दशक से चल रही है." जब तक अमेरिकी डॉलर में कोई बड़ा उछाल नहीं आता या जियोपॉलिटिकल तनाव कम नहीं होते, तब तक सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना बनी रहेगी.