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खेतीबाड़ी से जुड़ा बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे है तो सरकार की तरफ़ से मिलेगी 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी, जाने क्या है तरीक़ा

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सरकार किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास कर रही है। सरकार किसानों के लिए नई योजनाओं का प्रस्ताव कर रही है, जिसमें फसल उत्पादन बढ़ाने और नुकसान कम करने के उपाय शामिल हैं। यह योजना सूक्ष्म खाद्य उद्योग में सुधार के लिए है। यह योजना किसानों को कृषि से जुड़े उद्योग खोलने के लिए सब्सिडी देती है।

सरकार किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास कर रही है। सरकार किसानों के लिए नई योजनाओं का प्रस्ताव कर रही है, जिसमें फसल उत्पादन बढ़ाने और नुकसान कम करने के उपाय शामिल हैं। यह योजना सूक्ष्म खाद्य उद्योग में सुधार के लिए है।

यह योजना किसानों को कृषि से जुड़े उद्योग खोलने के लिए सब्सिडी देती है। यह योजना किसानों सहित बेरोजगार युवाओं को अपना उद्योग स्थापित करने के लिए सरकार से 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी प्राप्त करने की अनुमति देगी।

इस तरह आप सरकारी सहायता की मदद से अपना खुद का व्यवसाय खोल सकते हैं और उससे बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं। इस योजना की मुख्य शर्त यह है कि आप जिस उद्योग को खोल रहे हैं या जिस उद्योग में आप पहले से हैं वह कृषि से संबंधित होना चाहिए। CANYON SPECIALITY FOODS की इस पोस्ट में आज हम आपको प्रधानमंत्री सूक्ष्म उद्योग उन्नयन योजना की जानकारी दे रहे हैं।

प्रधानमंत्री सूक्ष्य उद्योग उन्नयन योजना क्या है

नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म उद्योग उन्नयन योजना शुरू की गई है। यह योजना 2020 में रची गई है। यह योजना वित्त वर्ष 2020-21 से शुरू होकर वित्त वर्ष 2024-25 तक चलेगी। यह योजना पांच साल तक चलेगी। इस योजना पर अगले पांच साल में एक करोड़ करोड़ रुपये खर्च होंगे।

इसके लिए राज्य सरकार इसे 60:40 के अनुपात में बांटेगी। वैश्विक शरणार्थी संकट के बंटवारे के बोझ का 90% संयुक्त राज्य अमेरिका साझा करेगा, शेष उत्तर पूर्वी और हिमालयी राज्य ले लेंगे। इस योजना के तहत 10,000 रुपये तक का निवेश करने वाले व्यवसायों को 35 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी।

किन उद्योगों को खोलने के लिए सब्सडी मिलेगी

मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के लिए प्रधान मंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत, "एक जिला एक उत्पाद" अदरक इकाई, और फल उत्पादों में अन्य खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां, जैसे केले के चिप्स, आम का अचार, अमचूर, जूस, अमरूद जेली, जैम आंवला को कैंडी, चूर्ण, सुपारी, मुरब्बा, नीबू का अचार, मुरब्बा पैक करने वाली खुली उत्पादन इकाइयों की मदद के लिए सब्सिडी दी जाएगी., स्क्वैश आदि

सब्जी उत्पादों में टमाटर केचप, मिर्च का अचार, सॉस, सूखी मिर्च पाउडर, पाउडर, मिर्च पाउडर, करेले का रस, आलू के चिप्स, प्याज प्रसंस्करण इकाई, मसाला उत्पाद- धनिया पाउडर, हल्दी- अदरक पाउडर, दाल भोजन, चावल भोजन शामिल हैं। आटा, चूर्ण बनाने और अन्य उत्पादों का उत्पादन करने वाले उद्योगों के लिए सरकार सब्सिडी प्रदान करेगी।

ये भी है शामिल 

हम पापड़, नमकीन, विभिन्न प्रकार के अचार, कुरकुरे, ब्रेड, टोस्ट, बड़ा, गुड़, तेल भोजन, पशु, मुर्गी भोजन, पनीर उद्योग के लिए एक प्रसंस्करण इकाई स्थापित कर रहे हैं। सब्सिडी के लिए आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं।

योजना के तहत कितनी सब्सिडी मिलेगी

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी, यूनिट स्थापित करने पर अधिकतम 10 लाख रुपये तक की क्रेडिट लिंक सब्सिडी दी जाएगी। 40% सब्सिडी राज्य द्वारा वहन की जाती है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विस्तार के लिए राज्य सरकार बड़ी इकाइयों की स्थापना के लिए 2.5 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी देगी।

योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करें

प्रधान मंत्री की सूक्ष्म खाद्य उद्योग वेबसाइट www.pmfme.mofpi.gov.in एक ऐसी योजना प्रदान करती है जो व्यक्तियों को मुफ्त में आवेदन करने की अनुमति देती है। यदि आप योजना के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप उप निदेशक उद्यान बड़वानी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।