पराली जलाने वाले किसानों पर सरकार ने लिया ऐक्शन, कृषि विभाग ने कार्रवाई का दिया आदेश
Haryana News: हरियाणा का कुरुक्षेत्र जिला पराली प्रबंधन में सबसे कम प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र के रूप में उभर रहा है. यहां पराली जलाने की घटनाएं आज भी बड़ी संख्या में हो रही हैं जिससे पर्यावरणीय चिंताएं बढ़ रही हैं. कृषि विभाग के अधिकारी इस समस्या का समाधान करने के लिए किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रहे हैं.
कृषि विभाग की पहल और कारवाई
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में लगभग 49% की कमी आई है, जो कि विभाग की योजनाओं का परिणाम है. अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में किए गए पराली प्रबंधन के प्रयासों का जिक्र किया और बताया कि अब तक कुल 93 घटनाओं में से 62 पर कार्रवाई की गई है.
आगे की कार्ययोजना और वित्तीय सहायता
पराली प्रबंधन के तहत सरकार ने किसानों को प्रति एकड़ 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है ताकि वे धान के अवशेषों को न जलाएं. इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण में सुधार लाना और आम जनमानस को स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है.
अधिकारियों की भूमिका और जवाबदेही
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में सख्ती दिखाई है और कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. हरियाणा के 12-13 जिलों में अवशेष जलाने की घटनाएं अधिक होती हैं, जिसके चलते 24 अधिकारियों को निलंबित किया गया है. इस प्रकार, सरकार द्वारा पराली प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों से भविष्य में इस समस्या को कम करने की उम्मीद है.