हरियाणा के इन 5 जिलों से होकर बिछाई जाएगी नई रेल्वे लाइन, इन गांवो की जमीन कीमतों में आ सकता है उछाल
हरियाणा के इतिहास में विकास कार्यों की गाथा लिखने जा रही है एक नई रेलवे लाइन जो पश्चिमी फरीदाबाद को ग्रेटर फरीदाबाद से जोड़ेगी। यह 126 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पांच महत्वपूर्ण जिलों—पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर और सोनीपत को जोड़ेगी, जिससे इन क्षेत्रों की किस्मत का चेहरा बदलने की पूरी उम्मीद है। इस परियोजना पर 5700 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित की गई है और इसे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के समानांतर विकसित किया जा रहा है।
रेलवे लाइन से जुड़ेंगे महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र
इस रेलवे लाइन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हरियाणा के पांच प्रमुख जिलों को न केवल जोड़ेगी, बल्कि इसके माध्यम से दैनिक यात्रा और माल ढुलाई के समय में काफी कमी आएगी। इस लाइन से 5 करोड़ टन माल की ढुलाई की जाएगी, जिससे क्षेत्रीय व्यापार में सुधार होने के साथ-साथ यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेगी।
जमीन अधिग्रहण और परियोजना की प्रगति
इस परियोजना के लिए 1665 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है, और फरुखनगर टोल प्लाजा से इसके निर्माण कार्य की शुरुआत हो चुकी है। रेल लाइन के साथ 4.88 किलोमीटर लंबी सुरंग भी बनाई जा रही है, जिसकी ऊंचाई 11 मीटर होगी। इस कॉरिडोर के तहत बनने वाली दोहरी रेल लाइन पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकेंगी।
संभावनाओं का नया द्वार
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर सोहना, मानेसर, और खरखौदा होते हुए पलवल को सोनीपत से जोड़ेगा, जिससे इन इलाकों में आवागमन सुगम होगा। इस कॉरिडोर के शुरू होने से सोनीपत और खरखौदा आइएमटी की गुरुग्राम, मानेसर, सोहना, फरीदाबाद, और पलवल से सीधी रेल कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जो क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।