सुनसान आइलैंड जहां चारों तरफ बर्फ के बीच बनी हुई है अनोखी तिजोरी, कयामत आ जाएगी तो भी बचाएगी धरती
दुनिया भर के धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में कयामत के दिन का विचार समाया हुआ है। हालांकि विज्ञान इसे नकारता है लेकिन यह मानता है कि प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन एक दिन विनाशकारी साबित होगा। ऐसी स्थिति में मानव जाति ने 'दूम्सडे वॉल्ट' के निर्माण के जरिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह वॉल्ट नॉर्वे के स्वॉलबर्ड आर्किपिलागो में स्थित है जो धरती के अंतिम संसाधनों को संरक्षित करने का कार्य करता है।
वॉल्ट की संरचना और महत्व
स्वॉलबर्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट को 'कयामत के दिन की तिजोरी' के रूप में जाना जाता है। इस तिजोरी की संरचना अत्यंत मजबूत है और यह स्वॉलबर्ड के स्पिट्सबर्जेन द्वीप पर स्थित है जो नॉर्थ पोल के निकट है। यह तिजोरी विश्व भर की फसलों के बीजों को संरक्षित करने का काम करती है ताकि किसी भी प्रकार की वैश्विक आपदा के बाद मानवता के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बीजों का वैश्विक बैकअप
विश्व के अनेक देश अपने यहां भी ऐसी तिजोरियाँ बनाकर रखते हैं जिसमें वे अपने देश के फसलों के बीजों का संग्रह करते हैं। यह स्वॉलबर्ड वॉल्ट इन सभी का बैकअप का भी बैकअप मानी जाती है। यहाँ पर संकट के समय में बीजों को सुरक्षित रखने की पूर्ण व्यवस्था है और इसके माध्यम से विश्व भर के फसलों को पुन: उगाने की क्षमता सुनिश्चित की गई है।
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कठोर सुरक्षा और प्रबंधन
स्वॉलबर्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट में सुरक्षा अत्यंत कड़ी है। यहां पर बीज केवल उन्हीं देशों द्वारा निकाले जा सकते हैं जिन्होंने उन्हें जमा किया है। इस वॉल्ट का प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन क्रॉप ट्रस्ट द्वारा किया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य हमारी खाद्य आपूर्ति की नींव को सुरक्षित रखना है।