home page

भारत का ऐसा मंदिर जहां चढ़ाई जाती है फूलों की जगह चप्पलों से बनी माला, असली कारण जानकर तो नही होगा यकीन

मंदिरों के प्रति आस्था और विश्वास को पूरे भारत में देखा जा सकता है। भारत के मंदिर अपनी विशिष्ट विशेषताओं के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।
 | 
in-this-temple-garlands-are-offered-not-of-flowers
   

मंदिरों के प्रति आस्था और विश्वास को पूरे भारत में देखा जा सकता है। भारत के मंदिर अपनी विशिष्ट विशेषताओं के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। मंदिरों का सम्मान करते हुए सभी लोग अंदर चप्पल-जूते नहीं पहनते। लेकिन क्या आप मंदिर में चप्पलों की माला चढ़ाने का विचार कर सकते हैं? हम नहीं जानते कि कर्नाटक के एक मंदिर में चप्पलों की जगह फूल और फूलमाला चढ़ाई जाती है। तो चलिए जानते हैं।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

कनार्टक के इस जगह है अजीब प्रथा 

 कनार्टक के गुलबर्ग जिले में स्थित लकम्मा देवी मंदिर में देवी को प्रसन्न करने के लिए फूलों की माला में गुथी चप्पल बांधते हैं। यहां हर साल फुटवियर फेस्टिवल होता है। जिसमें दूर-दूर से चप्पल चढ़ाने आने वाले लोग आते हैं। दिवाली के छठे दिन हर साल यह उत्सव मनाया जाता है।

इस मंदिर में फूलों की जगह चप्पल चढ़ाई जाती है

लोग अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए एक पेड़ पर चप्पलें टांगते हैं। लोगों का मानना है कि देवी बुरी शक्तियों से उनकी रक्षा करती है और रात में चढ़ाई चप्पलों को पहनकर घूमती है। यहां पहले देवी को प्रसन्न करने के लिए बैलों की बलि दी जाती थी। यहां जानवरों को मारने पर प्रतिबंध लगाने के बाद से बलि देना बंद हो गया है। यहां पर चप्पलों को बाधने की परंपरा शुरू हुई।