हरियाणा में कड़ाके की ठंड के साथ नया साल शुरू, जाने आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम Haryana Weather
Haryana Weather: नए साल की शुरुआत भीषण ठंड और घने कोहरे के साथ होगी. भारतीय मौसम विभाग ने 1 जनवरी को शीत दिवस के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इस दौरान शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 3 जनवरी तक ठंड का यह सिलसिला जारी रहेगा. जिससे तापमान में और गिरावट होने की संभावना है.
बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है. बर्फीली हवाओं के चलते दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट आई है. अंबाला में दिन का तापमान सामान्य से 7.2 डिग्री तक नीचे पहुंच गया है, जो इसे प्रदेश का सबसे ठंडा क्षेत्र बना रहा है.
हल्की धूप भी नहीं लाई राहत
मंगलवार को हल्की धूप निकलने के बावजूद कंपकंपाती ठंड से राहत नहीं मिली. औसत अधिकतम तापमान में 0.7 डिग्री की मामूली बढ़ोतरी हुई. लेकिन न्यूनतम तापमान में 1.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि न्यूनतम तापमान अभी भी सामान्य से 1.9 डिग्री ऊपर रहा.
आगे का मौसम कैसा रहेगा?
नए साल में 4 जनवरी और 7 जनवरी को दो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है. इससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में मौसम में बदलाव होगा. तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा और ठंड का सिलसिला लंबे समय तक बना रहेगा.
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान
- अंबाला: अधिकतम 11.3°C, न्यूनतम 9.1°C
- हिसार: अधिकतम 14.0°C, न्यूनतम 6.8°C
- करनाल: अधिकतम 13.5°C, न्यूनतम 9.0°C
- रोहतक: अधिकतम 14.9°C, न्यूनतम 9.3°C
- सिरसा: अधिकतम 17.6°C, न्यूनतम 7.4°C
- महेंद्रगढ़: अधिकतम 14.9°C, न्यूनतम 4.5°C
- पलवल: अधिकतम 13.1°C, न्यूनतम 7.3°C
- सोनीपत: अधिकतम 15.6°C, न्यूनतम 9.7°C
- यमुनानगर: अधिकतम 15.4°C, न्यूनतम 10.3°C
दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
दिसंबर 2024 में सामान्य से 329 प्रतिशत अधिक बारिश (record high rainfall in december) दर्ज की गई. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर में सामान्य बारिश 6.1 मिमी होती है. जबकि इस बार 26.2 मिमी बारिश हुई. इस अतिरिक्त बारिश ने ठंड को और बढ़ा दिया है.
कोहरे के चलते सतर्कता आवश्यक
कोहरे और शीतलहर के दौरान यात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है. घने कोहरे (dense fog during cold wave) के कारण विजिबिलिटी कम होती है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है. लोगों को गर्म कपड़े पहनने, हीटर का उपयोग करने और जरूरी न हो तो यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.