मां बनने के बाद इन टिप्स को फॉलो करके रख सकती है खुद का ख्याल, इन 5 तरीकों को अपनाकर खुद और बच्चे का रख सकते है खास ख्याल

दुनिया में मां का हाल एक मां ही समझ सकती है। मां अपने दर्द, परेशानियों या किसी तरह की समस्याओं का इलाज अपने बच्चे को प्यार देने और उसका सही तरीके से ख्याल रखने में समझती है। लेकिन एकाएक दिन रात के रुटीन में आया बदलाव, उसे अंदर ही अंदर कमजोर बनाने लगता है जिसे शायद उसके करीबी भी समझ नहीं पाते।
शारीरिक परेशानियों के बीच वह मानसिक रूप से टूटने लगती है और उसे हर वक्त कुछ खोने का डर सताने लगता है। विशेषज्ञों को मानना है कि इसकी सबसे बड़ी वजह सेल्फकेयर का अभाव हो सकता है।
दरअसल नई मांएं बच्चे के साथ खुद का ख्याल रखना लग्जरी समझती हैं। इसकी वजह सामाजिक सोच का डर हो सकता है। हेडस्पेस के मुताबिक, दरअसल जब बच्चे का जन्म होता है तो उसके सोने, जागने, खाने पीने पर मां का जीवन निर्भर हो जाता है।
लेकिन इस बिना ब्रेक वाले रुटीन में अगर आप खुद का ख्याल ना रखें तो यह आसानी से आपके मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक जरूरतों को प्रभावित करने लगता है। यहां हम बता रहे हैं कि आप बिना आत्मग्लानि के किस तरह खुद का केयर रख सकती हैं।
मदरहुड के साथ इस तरह करें सेल्फ केयर
खुद को स्वीकारें
मां बनते ही आपको यह स्वीकारना जरूरी है कि आप अब पहले वाली लड़की नहीं रह गई हैं। बच्चे के जन्म के साथ ही आपकी प्रायोरिटीज, आपका शरीर, आपका परिवार, भावनाएं और रुटीन सब कुछ बदल चुका है।
लेकिन इस बदलाव को आप कुछ खो जाने के निराशाजनक सोच में ना डूबें, इसे जीवन की नई शुरुआत के रूप में जल्द से जल्द स्वीकार कर लें।
सपने देखें
आप यह प्लान बनाएं कि आप अपने बच्चे को किस तरह बनाना चाहती हैं। इसके लिए आप हर संभव प्रयास करें। यह भी सोचें कि आपको किस तरह का व्यक्तित्व बनना है जिससे आपका बच्चा आप पर गर्व करे। इस तरह आपको जीवन जीने का एक नया आधार मिलेगा।
नैप टाइम का करें इस्तेमाल
जैसे जैसे समय बीतेगा, आपको अपने बच्चे के नैप टाइम का पैटर्न समझ आने लगेगा। छोटे बच्चे काफी सोते हैं, ऐसे में अगर आप उसके पैटर्न को समझ जाएं तो उस समय कुछ अच्छी बुक उठाएं, रीडिंग करें।
अपने हॉबीज पर काम करें, पेंटिंग करें, म्यूजिक सुनें या स्वीमिंग करें। अगर आपको थकावट हो तो बच्चे के साथ भरपूर सोएं भी।
बड़ों से लें सलाह
मां बनने के बाद एक अजीब सा अकेलापन महिलाओं को घेरने लगता है। वे घर पर अकेले बच्चे का ख्याल रखती हैं और बात करने के लिए कोई नहीं रह जाता है। ऐसे में अकेलेपन से खुद को बाहर निकालें और बड़ों से बात करें। उनकी मदद लें और दोस्तों के साथ बच्चे के बिना बाहर निकलें।
अपना रखें ख्याल
आप खुद की सेहत का ख्याल खुद रखने का प्रयास करें। हल्का व्यायाम शुरू करें, खाने पीने पर ध्यान दे, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से मिलें। मेंटल हेल्थ के लिए भी आप डॉक्टर से मदद ले सकती हैं। इस तरह आप बेहतर मां बनने के लिए खुद को बेहतर बना पाएंगी और बच्चे का सकारात्मक परवरिश कर पाएंगी।