हरियाणा के बाद पंजाब में इन जगहों पर इंटरनेट सेवा पर लगा प्रतिबंध, इन इलाको में नही इस्तेमाल कर पाएंगे इंटरनेट सेवा
किसान आंदोलन (Farmers' Protest) के चलते पंजाब और हरियाणा की सीमा (Punjab-Haryana Border) पर स्थित विभिन्न जिलों में इंटरनेट सेवाओं (Internet Services) पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। यह निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है ताकि किसी भी प्रकार के अवांछित घटनाक्रम को रोका जा सके।
इंटरनेट बंदी के क्षेत्र
खास तौर पर जिला पटियाला (Patiala District) के समाना, घनौर, देवीगढ़, बलभेरा, जिला संगरूर (Sangrur District) के पी.एस खनौरी, मनूक, लेहरा, सुनाम, छजली और फतेहगढ़ साहिब में यह पाबंदी लागू की गई है। यह निर्देश 16 फरवरी की रात तक प्रभावी रहेगा।
किसानों का प्रदर्शन
पंजाब से दिल्ली की ओर मार्च कर रहे सैकड़ों किसानों (Farmers March) को दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर हरियाणा के अंबाला के पास रोक दिया गया है। हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने उन्हें विघटित करने के लिए आंसू गैस (Tear Gas) का उपयोग किया है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। एक सूत्र के अनुसार पुलिस प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) में प्रवेश नहीं करने देने के लिए तैयार है।
इसके लिए बड़ी मात्रा में आंसू गैस के गोले तैयार किए गए हैं, और मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित बीएसएफ की टियर स्मोक यूनिट (BSF Tear Smoke Unit, Gwalior) से 30,000 और आंसू गैस के गोले का ऑर्डर दिया गया है।
नागरिकों की प्रतिक्रिया और सुझाव
किसान आंदोलन और इंटरनेट बंदी के इस दौर में नागरिकों की प्रतिक्रियाएँ मिली-जुली हैं। कुछ लोग सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ इसे अधिकारों का हनन मान रहे हैं। ऐसे में सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच संवाद की दरकार है ताकि एक समाधान की ओर बढ़ा जा सके।
इस पूरे प्रकरण में समझदारी और संयम बरतने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि वह किसानों की मांगों को सुने और एक ऐसा मंच प्रदान करे जहाँ उनकी बातों को समझा जा सके। वहीं किसानों को भी शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखनी चाहिए ताकि एक स्थायी समाधान निकाला जा सके।