शादी के बाद पति-पत्नी को हर रोज टाइम निकालकर जरुर करना चाहिए ये काम, शादीशुदा जिंदगी में बनी रहती है खुशहाली
पति-पत्नी का रिश्ता न केवल दो व्यक्तियों का मेल है बल्कि दो आत्माओं का मिलाप है जो सात जन्मों तक के लिए माना जाता है। आचार्य चाणक्य जिन्होंने जीवन जीने की कला पर अनेक महत्वपूर्ण विचार के बारे में बताया बल्कि पति-पत्नी के संबंधों पर भी गहन चिंतन किया है। उनके अनुसार इस रिश्ते की मज़बूती के लिए वफादारी और भरोसा आवश्यक है।
पति-पत्नी का रिश्ता न केवल दो व्यक्तियों का मेल है बल्कि दो आत्माओं का मिलाप है जो सात जन्मों तक के लिए माना जाता है। आचार्य चाणक्य जिन्होंने जीवन जीने की कला पर अनेक महत्वपूर्ण विचार के बारे में बताया बल्कि पति-पत्नी के संबंधों पर भी गहन चिंतन किया है। उनके अनुसार इस रिश्ते की मज़बूती के लिए वफादारी और भरोसा आवश्यक है।
सुबह की शुरुआत प्रेम के साथ
चाणक्य ने सुझाव दिया है कि दिन की शुरुआत प्रेम और स्नेह से होनी चाहिए। सुबह का समय दिन की दिशा तय करता है। अगर यह समय प्रेम और आपसी समझ से शुरू हो, तो संपूर्ण दिन उत्साह और सकारात्मकता से भरा होता है।
योगा और शारीरिक फिटनेस
योगा न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी प्रदान करता है। चाणक्य के अनुसार, पति और पत्नी का साथ में योगा करना उनके रिश्ते में मज़बूती और गहराई लाता है। यह संबंधों में आपसी समझ और समर्पण को बढ़ाता है।
तुलसी माता को जल चढ़ाना
तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र माना गया है और इसे घर में सुख-शांति लाने वाला पौधा माना जाता है। चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी द्वारा सुबह स्नान करके तुलसी माता को जल चढ़ाने से उनका रिश्ता मज़बूत होता है और घर में खुशहाली आती है।
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भगवान का आशीर्वाद
चाणक्य का मानना था कि भगवान का आशीर्वाद जीवन के हर कदम पर साथ होना चाहिए। सुबह के समय भगवान की पूजा-अर्चना करने से न केवल दिन अच्छा जाता है, बल्कि यह पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को भी और अधिक मज़बूत करता है।