ठंड के मौसम में कार चलाते वक्त हीटर का इस्तेमाल करने वाले सावधान, इन बातों का रख लेना खास ध्यान
ठंड उत्तर भारत के कई राज्यों में पहुंच चुकी है। ऐसे में आप कार में भी हीटर का उपयोग करते हैं। किन बातों का ध्यान रखकर सुरक्षित सफर कर सकते हैं? इस खबर में इसकी जानकारी दी गई है।
री-सर्कुलेशन मोड का उपयोग खतरनाक है
हीटर चलाने के बाद अधिकांश लोग हवा बाहर नहीं निकालते और री-सर्कुलेशन मोड का उपयोग करते हैं। जिससे कार के अंदर वही हवा रहती है और बार-बार घूमती रहती है। लंबे समय तक विषैली हवा शरीर पर घातक प्रभाव डालती है।
सांस लेने में मुश्किल
सर्दी में कार में हीटर चलाकर रखने से कार सवार का दम भी घुट सकता है। वास्तव में, कार चालू होने के बाद कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फराइड, मोनो ऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे घातक गैस कार से निकलती हैं, जो लोगों की सेहत को खराब करते हैं।
यह गैस हीटर से कार के अंदर आकर गैस चैंबर में बदल जाती हैं। ऐसी गैस ऑक्सीजन से अधिक तेजी से खून के हीमोग्लोबीन से चिपकती हैं। इसके बाद आपको दम घुटने लगता है और सांस लेना मुश्किल होता है।
करें यह काम
दो बातों को ध्यान में रखना चाहिए अगर आप भी कार के हीटर का सुरक्षित इस्तेमाल करना चाहते हैं। पहली बात, कार के हीटर को चलाते समय कार का शीशा थोड़ा खुला होना चाहिए। ऐसा करने से आपको कुछ ठंड लगेगी, लेकिन कार में ऑक्सीजन कम नहीं होगा।