BEE FARMING: मधुमक्खी पालन करने पर सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी, होने वाले कमाई के सामने तो सरकारी नौकरी भी फैल
सरकार देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र की सहायक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। सरकार इनके लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए भारी अनुदान भी देती है।
इस प्रकार, बिहार सरकार ने राज्य में मधु उत्पादन और मधुमक्खी पालन कार्यक्रम शुरू किया है। मधुमक्खी पालन के लिए आवश्यक सामग्री सरकार किसानों को अनुदान पर देगी। राज्य के किसानों से बिहार के उद्यान निदेशालय ने मधुमक्खी पालन और मधु उत्पादन कार्यक्रम के तहत आवेदन मांगे हैं।
किसान योजना का लाभ लेने के इच्छुक लोग 10 जनवरी 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना को राज्य के सभी जिलों में लागू किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत लाभार्थी किसानों को अनुदान पर मधुमक्खी बक्सा, मधुमक्खी छत्ता, मधु निष्कासन यंत्र और खाद्य ग्रेड कंटेनर आदि सामग्री दी जाएगी।
मधुमक्खी बक्सा पर कितना अनुदान दिया जाएगा?
लाभार्थी किसानों को योजना के तहत मधुमक्खी बक्सा पर अनुदान दिया जाएगा। उद्यानिकी विभाग ने एक मधुमक्खी छत्ता के लिए 2,000 रुपए की लागत निर्धारित की है। जिस पर सामान्य कोटि के किसानों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा, अधिकतम 1500 रुपये।
साथ ही, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को इकाई लागत का 90 प्रतिशत, अधिकतम 1800 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। किसान अनुदान के लिए कम से कम दस बक्से और अधिकतम पच्चीस बक्से के लिए आवेदन कर सकता है।
मधुमक्खी छत्ता पर कितना अनुदान दिया जाएगा?
इस योजना में इच्छुक किसानों को भी मधुमक्खी छत्ता दी जाएगी। उद्यानिकी विभाग ने मधुमक्खी छत्ता की मूल्य दो हजार रुपये बताया है। जिस पर सामान्य कोटि के किसानों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा, अधिकतम 1500 रुपये।
साथ ही, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को इकाई लागत का ९० प्रतिशत, अधिकतम १८०० रुपये का अनुदान दिया जाएगा। किसान कम से कम दस छत्ता और अधिकतम पच्चीस छत्ता के अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मधु निष्कासन यंत्र और खाद्य ग्रेड कंटेनर पर कितना अनुदान मिलेगा?
सरकार किसानों को मधु निष्कासन यंत्र और खाद्य ग्रेड कंटेनर भी देगी। इसके लिए उद्यानिकी विभाग ने 20,000 रुपये प्रति इकाई लागत निर्धारित की है। जिस पर सामान्य कोटि के किसानों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा, अधिकतम 15,000 रुपये।
साथ ही, अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को इकाई लागत का 90 प्रतिशत, यानी अधिकतम 18,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। यदि किसान मधुमक्खी बक्सा अनुदान पर लेंगे, तो उनके पास मधुमक्खी निष्कासन यंत्र और खाद्य ग्रेड कंटेनर होंगे। प्रति मधुमक्खी बक्सा एक मधु निष्कासन यंत्र और एक खाद्य ग्रेड कंटेनर मिलेगा।
मधुमक्खी पालन अनुदान के लिए किसानों को कहाँ आवेदन करना चाहिए?
बिहार में मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना के लिए अभी भी आवेदन कर सकते हैं। 10 जनवरी तक इच्छुक लोग आवेदन कर सकते हैं। किसानों को योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आप किसान योजनाओं का लाभ लेने के लिए https://horticulture.bihar.gov.in/ पर विभागीय वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित विशिष्ट जानकारी के लिए किसान अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यान से भी संपर्क कर सकते हैं। राज्य में संचालित जीविका समूह को भी योजना का लाभ मिलेगा।