सुनरूफ़ वाली एसयूवी खरीदने से पहले जान ले ये जरूरी बातें, नहीं तो बाद में पड़ेगा पछताना
sunroof car: भारतीय बाजार में सनरूफ वाली गाड़ियों का क्रेज बढ़ता जा रहा है. इसे देखते हुए वाहन निर्माता कंपनियां भी अब छोटी गाड़ियों में सनरूफ देना शुरू कर दिया है. यह सुविधा न केवल गाड़ियों की आकर्षकता को बढ़ाती है बल्कि इससे गाड़ियाँ और भी आधुनिक और स्टाइलिश नजर आती हैं.
सनरूफ के नुकसान
सनरूफ वाली गाड़ियां अक्सर बिना सनरूफ वाली कारों की तुलना में अधिक महंगी होती हैं. इसके अलावा सनरूफ एयरोडायनेमिक रेजिस्टेंस (aerodynamic resistance) को बढ़ाते हैं जिससे वाहन का माइलेज कम हो सकता है. रबर सील में खराबी और गर्मी के मौसम में बढ़ता तापमान भी मुख्य चिंताएं हैं.
सनरूफ के फायदे
वहीं, सनरूफ के अपने फायदे भी हैं. यह प्राकृतिक प्रकाश (natural light) और ताजगी भरी हवा का स्रोत होता है, जो कि वाहन के अंदरूनी माहौल को सुखद बनाता है. अच्छे मौसम में सनरूफ खोलने से गाड़ी के अंदर वेंटिलेशन (ventilation) बढ़ जाता है, जिससे एसी पर कम लोड पड़ता है और फ्यूल की बचत होती है.
सनरूफ वाली गाड़ी की डिमांड
सनरूफ वाली गाड़ियों की बढ़ती मांग ने बाजार में नई गतिशीलता उत्पन्न की है. इन गाड़ियों की रीसेल वैल्यू (resale value) भी आमतौर पर अधिक होती है, जिससे यह निवेश के रूप में भी एक बेहतर विकल्प बन जाते हैं. इन गाड़ियों के लुक और व्यू की खूबियां इसे उपभोक्ताओं के बीच और अधिक लोकप्रिय बनाती हैं.