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राजस्थान में टीचर भर्ती को लेकर आया बड़ा अपडेट, लाखों बेरोजगार युवाओं को होगा सीधा फायदा

राजस्थान में शिक्षक भर्ती के प्रक्रिया में बड़ा बदलाव आने वाला है। हाल ही में पदभार संभालने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक ही परीक्षा का सुझाव दिया है।
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राजस्थान में शिक्षक भर्ती के प्रक्रिया में बड़ा बदलाव आने वाला है। हाल ही में पदभार संभालने के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक ही परीक्षा का सुझाव दिया है।

यह परिवर्तन तृतीय श्रेणी शिक्षक से लेकर प्रथम श्रेणी व्याख्याता तक सभी के लिए लागू होगा। यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता है तो इससे दस लाख से अधिक B.Ed और BSTC डिग्रीधारियों को लाभ होगा।

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दो परीक्षाओं की विदाई

पिछली व्यवस्था में शिक्षक भर्ती के लिए दो परीक्षाओं की आवश्यकता होती थी। पहले अभ्यर्थियों को रीट (REET) परीक्षा पास करनी होती थी उसके बाद कर्मचारी चयन बोर्ड की मुख्य परीक्षा देनी पड़ती थी। इस दो स्तरीय परीक्षा प्रणाली के कारण न केवल बेरोजगारी में वृद्धि होती थी बल्कि यह स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था पर भी प्रभाव डालती थी।

एक परीक्षा अनेक लाभ

एक ही परीक्षा के माध्यम से भर्ती करने की नई पहल से न केवल समय की बचत होगी बल्कि यह प्रक्रिया में भी पारदर्शिता लाएगी। इससे अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा के तनाव से मुक्ति मिलेगी और वे अपनी ऊर्जा शिक्षण कौशल को बढ़ाने में लगा सकेंगे।

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बदलावों का दौर

शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में समय के साथ कई बदलाव हुए हैं। 2012 में RTET के 20% अंकों को मेरिट में जोड़ा गया था जो 2016 में बदलकर REET के 70% अंक और शेष स्नातक के अंकों को जोड़ा गया। यह निर्णय शिक्षकों की गुणवत्ता और उनकी योग्यता को सुनिश्चित करने के लिए था।

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शिक्षक भर्ती के लिए आगे की राह

नई प्रणाली के तहत यदि एक ही परीक्षा होती है तो इससे परीक्षा एजेंसियों को भी राहत मिलेगी और शिक्षक भर्ती में आने वाली दिक्कतें कम होंगी। यह प्रक्रिया शिक्षा जगत में एक नया अध्याय लिखेगी जो भविष्य के लिए न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि छात्रों के लिए भी अधिक लाभकारी साबित होगी।