Bihar Railway Station: बिहार के इन 92 रेल्वे स्टेशन्स का विनिर्माण करेगी मोदी सरकार, आम जनता को मिलेगी ये नई सुविधाएं
बिहार में रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प की नयी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। East Central Railway के अंतर्गत आने वाले 92 स्टेशन अब एयरपोर्ट (Airport) की भांति नजर आएंगे। यह विकास अमृत भारत योजना (Amrit Bharat Yojana) के तहत होगा, जिसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बनाना है।
इन परियोजनाओं के साथ, बिहार में रेलवे के विकास (Railway Development) की एक नयी दिशा तय होगी, जिससे यात्री सुविधाओं में सुधार होगा और रेल यातायात को अधिक कुशल और सुगम बनाया जा सकेगा। यह निर्णय न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक सकारात्मक कदम साबित होगा।
नयी परियोजनाओं के लिए भारी बजट
पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) के जीएम, अनिल कुमार खंडेलवाल ने बताया कि बिहार में नयी और पुरानी परियोजनाओं (Projects) को पूरा करने के लिए 10,754 करोड़ की भारी धनराशि की घोषणा की गई है। यह धनराशि बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड (Bihta-Aurangabad Rail Section) और डीडीयू से झाझा के बीच तीसरी और चौथी लाइन (Third and Fourth Line) के निर्माण के लिए उपयोग की जाएगी।
विद्युतीकरण और नयी रेल लाइनों के लिए बजट
जीएम खंडेलवाल ने यह भी उल्लेख किया कि बिहार में 98% रेललाइन (Rail Lines) का विद्युतीकरण (Electrification) पूरा हो चुका है। इसके अलावा, नयी रेल लाइनों के लिए 1268 करोड़, ओवरब्रिज और अंडरपास (Overbridges and Underpasses) के लिए 593 करोड़ और यात्री सुविधाओं (Passenger Facilities) के लिए 789 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्निर्माण
92 स्टेशनों का पुनर्निर्माण (Reconstruction) अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जाएगा, जिससे ये स्टेशन एयरपोर्ट की तरह आधुनिक और आकर्षक बनेंगे। इससे न केवल यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी बल्कि रेलवे स्टेशनों की सौंदर्यता में भी वृद्धि होगी।
रेलवे विकास में बिहार की नई सौगात
2024 के बजट प्रस्ताव (Budget Proposal) में रेल नवीकरण के लिए 1000 करोड़ और सेफ्टी फंड (Safety Fund) में 2460 करोड़ शामिल हैं। इसके अलावा, बोधगया-चतरा, नवादा-लक्ष्मीपुर, झाझा-बटिया, करौटा-मनकट्टा रेललाइनों के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।