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इस जगह शादी से एक महीने पहले ही रोने लगती है दुल्हन, ना चाहते हुए भी रोज करनी पड़ती है प्रैक्टिस

विवाह को समाज में बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण रस्म माना जाता है. यह दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि दो परिवारों के बीच एक अटूट बंधन का प्रतीक है.
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Chinese bride: विवाह को समाज में बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण रस्म माना जाता है. यह दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि दो परिवारों के बीच एक अटूट बंधन का प्रतीक है. भारतीय संस्कृति में विवाह के समय विदाई के दौरान दुल्हन का अपने मायके से विदा होना एक भावनात्मक पल होता है जहाँ दुल्हन और उसके परिवार के लोग अक्सर आंसू बहाते हैं.

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चीन की अनोखी विवाह परंपरा

चीन में भी विवाह को लेकर कई परंपराएं हैं लेकिन एक विशेष परंपरा जो बहुत ही अनोखी है वह है दुल्हन का शादी से पहले रोना. यह परंपरा सिचुआन प्रांत में तूजिया जनजाति में प्रचलित है, जहाँ दुल्हन को शादी के एक महीने पहले से ही रोने की प्रैक्टिस करनी होती है. यह परंपरा उस वक्त शुरू हुई थी जब जाओ स्टेट की राजकुमारी को यैन राज्य में ब्याहा गया था.

रोने की परंपरा का सामाजिक महत्व

इस परंपरा के अनुसार अगर दुल्हन शादी के समय नहीं रोती है तो इसे समुदाय में अशुभ माना जाता है. इससे यह धारणा बनती है कि दुल्हन अपने परिवार से प्यार नहीं करती है या वह अपने नए जीवन के प्रति उत्सुक नहीं है. इसलिए इस प्रथा का पालन करना उनके लिए अनिवार्य हो जाता है.

परिवर्तन की ओर

हालांकि समय के साथ यह परंपरा धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है. आधुनिकीकरण और नई पीढ़ी के विचारों ने इस प्रथा को कम कर दिया है. आज के समय में यह प्रथा ज्यादातर सांस्कृतिक अवसरों और पर्यटन के लिए ही संरक्षित है जिसे लोग अब रुचि और सांस्कृतिक जिज्ञासा के तौर पर देखते हैं.