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गुरुग्राम के बसने की तुलना में दुबई में प्रॉपर्टी लेना है फायदे का सौदा, जाने दुबई में क्या है प्रॉपर्टी के रेट

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए गोल्डन वीजा नियमों में ढील दी है। अब भारतीयों को दुबई में बसना आसान हो गया है क्योंकि उन्हें कई सुविधाएं दी गई हैं। बहुत से भारतीय विदेश में निवेश करने की सोच रहे हैं।
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Property rate in Dubai per squre feet (1)
   

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए गोल्डन वीजा नियमों में ढील दी है। अब भारतीयों को दुबई में बसना आसान हो गया है क्योंकि उन्हें कई सुविधाएं दी गई हैं। बहुत से भारतीय विदेश में निवेश करने की सोच रहे हैं। ऐसे लोगों को दुबई की प्रॉपर्टी मार्केट और किराये की दरें जानना चाहिए।

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वास्तव में, कोरोनावायरस की महामारी के बाद संपत्ति की कीमतें भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रही हैं। प्रॉपर्टी की कीमतें कई शहरों में दोगुनी हो चुकी हैं। भारत में ही गुरुग्राम और नोएडा में संपत्ति की कीमतें हर महीने बढ़ती जा रही हैं।

यही कारण है कि अगर आप दुबई में संपत्ति खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह गुरुग्राम से भी अधिक महंगा होगा। इतना ही नहीं, दुबई में किराये की कीमत काफी है, इसलिए अगर आप संपत्ति खरीदकर उसे किराये पर चढ़ाते हैं तो आपको हर महीने काफी पैसा मिलेगा।

क्‍या है दुबई में प्रॉपर्टी के हालात

सीबीआरई की हाल की रिपोर्ट में बताया गया है कि दुबई में संपत्ति के रेट 2023 तक 18% प्रति वर्ष बढ़ेंगे। यानी 2022 में 1 करोड़ रुपये की कीमत वाली संपत्ति अब 1.18 करोड़ रुपये है। यहां प्रॉपर्टी की कीमतें हर महीने बढ़ती जाती हैं। इसकी कीमत जुन में पिछले वर्ष से 16.9% बढ़ी।

विला और अपार्टमेंट की कीमतें

साल 2023 में दुबई में अपार्टमेंट का औसत मूल्य 18.5% बढ़कर 1,320 अरब दिरहम (29,946 रुपये) प्रति वर्गफुट पहुंच गया। साथ ही, विला की कीमत 16.2% बढ़कर प्रति वर्गफुट 1,552 अरब दिरहम (35,209 रुपये) पहुंच गई है।

हाल के आंकड़े बताते हैं कि साउथ दुबई में संपत्ति की कीमतें सबसे अधिक 70 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं, पूरी दुबई में तीसरी तिमाही में संपत्ति के रेट औसतन 5% बढ़ गए।

गुरुग्राम में स्थिति क्या है?

2023 में देश के सबसे बड़े संपत्ति क्षेत्रों में से एक गुरुग्राम में भी संपत्ति के रेट 14.9% बढ़ गए हैं। औसत वर्गफुट रेट यहां 7,400 से 7,550 रुपये है। तीसरी तिमाही में तिमाही आधार पर रेट 6.1% बढ़ा है। वर्ग 42 में संपत्ति की कीमत 44.1% बढ़ी है अगर आप गोल्फ कोर्स जैसे शहरी क्षेत्र में निवेश करने की सोच रहे हैं। फिलहाल, प्रति वर्गफुट जमीन की कीमत 45,000 से 47,000 रुपये है।

दुबई की तुलना में डेढ़ गुना महंगा गुरुग्राम

यही कारण है कि दुबई में छोटी लग् जरी संपत्ति का मूल्य लगभग 50 प्रतिशत कम है। दुबई में एक विला भी 35,209 रुपये प्रति वर्गफुट की कीमत पर मिलता है, लेकिन गुरुग्राम में एक अपार्टमेंट भी 45 हजार रुपये प्रति वर्गफुट की कीमत पर मिलता है। इस लिहाज से प्रति वर्गफुट 10 हजार रुपये से अधिक खर्च हो सकता है।

जमकर मिलेगा किराया, खूब होग कमाई

एनारॉक ने एक हालिया रिपेार्ट में बताया कि गुरुग्राम और नोएडा में घरों का किराया प्रति वर्ष करीब 23% बढ़ा है। नोएडा में दो बीएचके अपार्टमेंट का मासिक किराया 25 से 30 हजार रुपये है, लेकिन गुरुग्राम में 30 से 35 हजार रुपये होंगे।

दुबई में आवासीय किराया भी 22% से अधिक बढ़ गया है, सीबीआरई के अनुसार। विला किराया 22.6% और अपार्टमेंट किराया 21.9% बढ़ा है। सालाना अपार्टमेंट किराया लगभग 23 लाख रुपये है, जबकि विला के लिए 60 से 70 लाख रुपये चुकाने होंगे।

एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

Property Matters के एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा का कहना है कि गुरुग्राम जैसे शहर में संपत्ति को लेकर इतना उत्साह नहीं है जितना बनाया जा रहा है। दुबई एक अच्छा विकल्प हो सकता है अगर कोई देश के बाहर निवेश करने की सोच रहा है।

दुबई की संपत्ति की दुनिया भर में चर्चा हो गई है। दुबई का विकास विश्व भर में एक नजीर है। ग् लोबल मार्केट होने के नाते, प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं और किराये से अच्छी कमाई हो सकती है, इसमें कोई शक नहीं।

क्यों दुबई में संपत्ति खरीदना चाहिए?

दुबई एक विश्व प्रसिद्ध बिजनेस हब बन गया है।
लॉ एंड ऑर्डर बहुत अच्छा है।
भारतीयों की बड़ी आबादी से अपनेपन का अहसास होता है।
गोल्डन वीजा कानूनों में बदलाव से संपत्ति खरीदना आसान हो गया।
यह पर्यटन स्थल होने से संपत्ति की मांग काफी है।

इन नियमों का पालन अनिवार्य है

गोल्डन वीजा प्राप्त करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है।
सरकारी निवेश फंड में निवेश करने पर 10 वर्ष के लिए गोल्डन वीजा मिलेगा, जो फिर से जारी किया जाएगा।
20 लाख दिरहम या लगभग 4 करोड़ रुपये का निवेश करना आवश्यक है।
व्यापारिक या व्यवसायिक लाइसेंस होना आवश्यक है और प्रति वर्ष 2.5 लाख दिरहम का इनकम टैक्स जमा करना होगा।
खुद और अपने परिवार का मेडिकल इंश्‍योरेंस करना महत्वपूर्ण है।