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Cash Limit: सेविंग बैंक खाते में नही रख सकते इस लिमिट से ज्यादा पैसा, RBI ने जारी की नई लिमिट

आज के डिजिटल युग में बैंक खाता (Bank Account) होना न केवल एक सुविधा है बल्कि एक आवश्यकता भी बन चुका है। बैंक खाते के माध्यम से वित्तीय लेनदेन (Financial Transactions) में सुगमता आई है।
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आज के डिजिटल युग में बैंक खाता (Bank Account) होना न केवल एक सुविधा है बल्कि एक आवश्यकता भी बन चुका है। बैंक खाते के माध्यम से वित्तीय लेनदेन (Financial Transactions) में सुगमता आई है। बैंक खाते विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे कि सेविंग अकाउंट (Savings Account), करंट अकाउंट (Current Account) और सैलरी अकाउंट (Salary Account)।

प्रत्येक खाते की अपनी विशिष्टताएं और लाभ हैं। बैंक खातों के संचालन में समझदारी और सुरक्षा (Safety and Wisdom) बेहद जरूरी है। अपनी बचत को सुरक्षित रखते हुए, आयकर नियमों (Tax Regulations) का पालन करना।

अपने वित्तीय लेनदेन को सही तरीके से प्रबंधित करना आपकी वित्तीय स्वास्थ्य (Financial Health) के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे न केवल आप आर्थिक सुरक्षा (Financial Security) का आनंद उठा सकते हैं बल्कि आयकर विभाग की नजरों में भी सही रहेंगे।

सेविंग अकाउंट में धनराशि संचय की सीमा

अक्सर लोग सोचते हैं कि सेविंग अकाउंट में कितनी धनराशि (Amount) रखी जा सकती है। इस संदर्भ में, यह जानना महत्वपूर्ण है कि इसकी कोई निश्चित सीमा (No Limit) नहीं है। आप अपने सेविंग अकाउंट में जितना चाहें उतना पैसा रख सकते हैं। हालांकि, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपकी धनराशि का हिसाब किताब (Accountability) स्पष्ट हो।

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नकद जमा की आयकर नीति

आयकर विभाग (Income Tax Department) नकदी जमा पर कड़ी नजर रखता है। आयकर विभाग द्वारा एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा (Cash Deposit) की रिपोर्टिंग को अनिवार्य किया गया है। यह नियम सभी बैंकों पर लागू होता है और इसमें एफडी (FD), म्यूचुअल फंड (Mutual Funds), बॉन्ड, शेयरों (Shares) और विदेशी मुद्रा (Foreign Exchange) में निवेश शामिल हैं।

बचत खाते पर टैक्स और ब्याज

बचत खाते से प्राप्त ब्याज (Interest) पर भी टैक्स का भुगतान करना पड़ता है। बैंक द्वारा दिया गया ब्याज आपके आईटीआर (ITR) में लाभांश और लाभ के रूप में जोड़ा जाता है। आयकर अधिनियम की धारा 80TTA (Section 80TTA) के तहत यदि आपका ब्याज 10000 रुपये से अधिक है, तो आप कटौती का दावा कर सकते हैं।