home page

Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे तैयार हो जाने से इन लोगों की हो जाएगी मौज, सफर में लगेगा पहले से भी आधा समय

दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय अब जल्द ही आधा हो जाएगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जिसका उद्घाटन अगले साल की शुरुआत में होने की उम्मीद है। यात्रा के समय को करीब ढाई घंटे तक सीमित कर देगा।
 | 
Delhi Dehradun Expressway
   

दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय अब जल्द ही आधा हो जाएगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जिसका उद्घाटन अगले साल की शुरुआत में होने की उम्मीद है। यात्रा के समय को करीब ढाई घंटे तक सीमित कर देगा। वर्तमान में यह यात्रा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के माध्यम से पांच घंटे का समय लेती है।

नया एक्सप्रेसवे न केवल समय को कम करेगा बल्कि यात्रा की सुविधा में भी इजाफा करेगा। इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के साथ ही दिल्ली और देहरादून के बीच की यात्रा न केवल तेज होगी। बल्कि अधिक सुरक्षित और आरामदायक भी होगी। इससे दोनों शहरों के बीच की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियाँ भी बढ़ेंगी।

ये भी पढ़िए :- पेट्रोल पंप पर तो डीजल और पेट्रोल दोनों मिलते है फिर कैसे पड़ा इसका ये नाम, जाने क्यों नही बोला जाता डीजल पंप

पर्यटन और स्थानीय व्यापार को भी इससे बल मिलेगा। जिससे क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी। इस प्रकार दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण न केवल एक यात्रा सुविधा है। बल्कि यह दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच का एक विकास सेतु भी है।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

प्रदूषण और देरी की चुनौतियां

परियोजना की प्रगति में दिल्ली में प्रदूषण के उच्च स्तर ने बाधा उत्पन्न की है। ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत लगाई गई पाबंदियों के कारण निर्माण कार्य में विलंब हुआ है। इस एक्सप्रेसवे के पहले चरण को पहले मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य था। लेकिन प्रदूषण की समस्या ने इसे प्रभावित किया।

ये भी पढ़िए :- ऑटो में 4 की जगह 3 पहिए ही क्यों लगे होते है, जाने 4 पहिए लगा दे तो क्या होगा

परियोजना की विशेषताएं और आधुनिकता

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण में अक्षरधाम से बागपत के बीच 31.65 किमी की दूरी शामिल है। इसमें लगभग 18 किलोमीटर का एलिवेटेड सेक्शन है। जो दिल्ली की गीता कॉलोनी से उत्तर प्रदेश के मावी गांव तक फैला है।

यह एलिवेटेड सेक्शन निर्माणाधीन है और इसका 90-95% कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे में एशिया का सबसे बड़ा वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर भी शामिल है। जो वन्यजीवों की निर्बाध आवाजाही को सुनिश्चित करता है।