home page

सोने और तेल का भंडार होने के बाद भी गरीब है ये देश, साफ पानी पीने के लिए भी तरसते है लोग

जब हम दुनिया के विकास की बात करते हैं, हम अक्सर तकनीक (Technology) और विज्ञान (Science) की उन ऊंचाइयों की चर्चा करते हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को सरल बना दिया है।
 | 
world's most poor countries
   

जब हम दुनिया के विकास की बात करते हैं, हम अक्सर तकनीक (Technology) और विज्ञान (Science) की उन ऊंचाइयों की चर्चा करते हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को सरल बना दिया है। लेकिन, इसी आधुनिकता के चकाचौंध में, हम उन देशों की कठिनाइयों को अक्सर भूल जाते हैं, जहां लोगों के लिए दो मुट्ठी खाना (Food) भी एक चुनौती बन चुका है।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

इन देशों की स्थिति हमें यह सिखाती है कि विश्व समुदाय को एकजुट होकर इन समस्याओं का समाधान ढूंढना होगा। विकास (Development), शिक्षा (Education), और स्वास्थ्य सेवाओं (Health Services) में निवेश करके ही हम इन देशों की गरीबी को कम कर सकते हैं। यह एक लंबी लड़ाई है, लेकिन मानवता (Humanity) के नाम पर, हमें इसे जीतना ही होगा।

दक्षिण सूडान

दक्षिण सूडान (South Sudan), जो कि अफ्रीका (Africa) का एक देश है, दुनिया के सबसे गरीब देशों में शीर्ष पर है। इस देश की आबादी 11 मिलियन से अधिक है, जो गरीबी की चपेट में है। आजादी के बाद से ही इस देश की आर्थिक स्थिति (Economy) में कोई सुधार नहीं हुआ, यहां तक कि तेल (Oil) के विशाल भंडार होने के बावजूद भी।

बुरुंडी

बुरुंडी (Burundi), दुनिया का दूसरा सबसे गरीब देश, लंबे समय से गृहयुद्ध (Civil War) का सामना कर रहा है। यहां के अधिकांश लोग कृषि (Agriculture) पर निर्भर हैं और बुनियादी सुविधाओं जैसे पानी (Water) और बिजली (Electricity) के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

मध्य अफ्रीकी गणराज्य

मध्य अफ्रीकी गणराज्य (Central African Republic), जिसके पास सोना (Gold), तेल, यूरेनियम (Uranium), और हीरे (Diamonds) जैसे कई मूल्यवान संसाधन हैं, फिर भी गरीबी में डूबा हुआ है। इस देश की 55 लाख जनसंख्या आर्थिक तंगी (Economic Hardship) का सामना कर रही है।

सोमालिया

सोमालिया (Somalia), जो कि दुनिया का चौथा सबसे गरीब देश है, में अस्थिरता (Instability), सैन्य अत्याचार (Military Atrocities), और समुद्री डाकुओं (Pirates) का आतंक है। इस देश को 1960 में आजादी मिली, लेकिन आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो पाया।

कांगो

कांगो (Congo), जो कि दुनिया का पांचवां सबसे गरीब देश है, में राजनीतिक अस्थिरता (Political Instability), हिंसा (Violence), और तानाशाही (Dictatorship) ने स्थिति को बदतर बना दिया है। इस देश की बड़ी जनसंख्या एक दिन में दो डॉलर से भी कम में गुजारा करती है।