गलती से किसी दूसरे के खाते में पैसे चले जाए तो क्या होगा ? जाने कैसे मिलेंगे वापस
कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में डिजिटलीकरण ने तेजी पकड़ी है खासकर बैंकिंग सेक्टर में. अल्कामी टेक्नोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, अब 78% उपभोक्ता अपने वित्तीय लेन-देन के लिए डिजिटल माध्यमों को प्राथमिकता दे रहे हैं. यह बदलाव उपभोक्ताओं के बैंकों में फिजिकल रूप से जाने की प्रवृत्ति को कम कर रहा है लेकिन डिजिटल संपर्क बढ़ा रहा है.
ट्रांजेक्शन में बढ़ी सावधानियां
डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती सुविधा के साथ, उपभोक्ता आसानी से और कहीं से भी पैसे ट्रांसफर (money transfer) कर पा रहे हैं. हालांकि, एक छोटी सी गलती बड़ी आर्थिक परेशानियों का कारण बन सकती है. गलत अकाउंट नंबर दर्ज करने पर पैसे गलत खाते में जा सकते हैं. इसलिए, ट्रांसफर करते समय प्राप्तकर्ता के विवरण की जांच पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
मैसेज और ईमेल के माध्यम से जानकारी की पुष्टि
जब भी आप कोई ट्रांजेक्शन करते हैं, तो आपको मैसेज और ईमेल के जरिए इसकी सूचना मिलती है. ये संदेश ट्रांजेक्शन के विवरण की पुष्टि करते हैं और अगर गलती हो गई हो तो इसे तुरंत सुधारने का मौका देते हैं.
गलत ट्रांजेक्शन के लिए उपाय
अगर पैसा गलत खाते में चला गया हो तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और इसकी सूचना दें. अधिकांश मामलों में, बैंक इस स्थिति को सुधारने में आपकी मदद करेगा. बैंक गलती से हुए ट्रांसफर को वापस करने के लिए प्राप्तकर्ता बैंक से संपर्क करेगा.
डिजिटल युग में सुरक्षा की गारंटी
आरबीआई ने डिजिटल लेनदेन (digital transaction) की सुरक्षा के लिए नियम बनाए हैं. यदि आपके खाते से पैसे गलती से कट गए हों, तो आपको सूचना दी जाती है, और आपसे पुष्टि मांगी जाती है कि क्या यह ट्रांजेक्शन वैध है. यह प्रणाली उपभोक्ताओं को अनचाहे नुकसान से बचाती है और उन्हें तत्काल कार्रवाई का अवसर देती है.