लिमिट से ज्यादा शराब पीने ये अंग होता जल्दी खराब, बाद में आने लगती है ये दिक्क्त
आज के समय में बहुत से लोग शराब पीने के शौकीन होते हैं। कुछ लोग कभी-कभी विशेष अवसरों पर दोस्तों के संग या पार्टी में शराब का सेवन कर लेते हैं वो भी सीमित मात्रा में। लेकिन कुछ लोगों के लिए शराब पीना एक आदत बन जाती है और वे बिना किसी खास मौके के भी इसका सेवन करने लगते हैं।
शराब की लत न केवल व्यक्ति के लिवर पर बल्कि उसके पूरे शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालती है। इससे दूर रहकर और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम न केवल अपने आप को बल्कि अपने परिवार को भी खुश और स्वस्थ रख सकते हैं। इसलिए आइए शराब की लत को छोड़ने के लिए सजग रहें और जरूरत पड़ने पर सहायता लेने में हिचकिचाएं नहीं।
शरीर के इस अंग पर पड़ता है बुरा असर
ज्यादा शराब पीने की आदत का सबसे खराब प्रभाव व्यक्ति के लिवर पर पड़ता है। शराब के अधिक सेवन से लिवर धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होता जाता है और अंततः सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले लेता है। एक बार लिवर खराब हो जाए तो उसका सामान्य रूप से कार्य करना बंद हो जाता है जिससे शरीर के अन्य अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है।
होती हैं अन्य समस्याएं
शराब का अत्यधिक सेवन न केवल लिवर बल्कि शरीर के अन्य अंगों पर भी विपरीत प्रभाव डालता है। इससे सोचने-समझने की क्षमता और याददाश्त पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शराब पीने वालों का चेहरे का ग्लो खो जाता है वजन में अनियमितताएं आती हैं और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
न लगाएं शराब की लत
शराब की लत से न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर बल्कि पारिवारिक और सामाजिक जीवन पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसलिए सेहतमंद जीवन जीने के लिए शराब की लत से दूर रहना बेहद जरूरी है। अगर किसी को शराब की लत लग गई है तो उसे चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए और धीरे-धीरे इस आदत को छोड़ने का प्रयास करना चाहिए।
शराब की लत को छोड़कर स्वस्थ लाइफ स्टाइल अपनाएं
शराब की लत से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति को परिवार और दोस्तों के समर्थन की भी आवश्यकता होती है। समाज और समुदाय द्वारा सहयोग और समझाइश भी व्यक्ति को इस लत से मुक्त होने में मदद कर सकती है। आजकल कई संस्थाएं और सहायता समूह हैं जो शराब की लत से जूझ रहे लोगों को सहायता प्रदान करते हैं।
शराब की लत को छोड़कर स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाना एक महत्वपूर्ण निर्णय है। नियमित व्यायाम संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेना इस दिशा में पहला कदम हो सकता है। योग और ध्यान जैसी गतिविधियां भी मानसिक शांति प्रदान कर सकती हैं और शराब से दूर रहने में मदद कर सकती हैं।